छपरा (सदर) : सारण जिला परिषद की अध्यक्ष मीणा अरुण की अध्यक्षता में जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक कर सदर प्रखंड के विष्णपुरा में चयनित स्थल पर पर्यवेक्षण गृह के निर्माण का निर्णय लिया गया. वहीं राज्य भवन निर्माण निगम के उप महाप्रबंधक तथा बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक को स्थल का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया.
बैठक में बाल संरक्षण विषय पर जागरूकता अभियान चलाने, रेलवे स्टेशन तथा बस स्टैंड तथा भीड़ भार वाले इलाके में बाल संरक्षण विषयों पर प्रचार-प्रसार करने. बालक एवं बालिका गृह में रह रहे बच्चों की पढ़ाई के लिए दो-दो शिक्षक एक सप्ताह के अंदर प्रतिनियुक्त करने का निर्णय लिया गया. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पर्यवेक्षण गृह का भवन दो मंजिला बनेगा. वहीं बैठक के दौरान बाल गृहों, किशोर न्याय परिषद तथा बाल कल्याण समिति के कार्यों की समीक्षा की गयी. जिला परिषद अध्यक्ष मीणा अरुण ने किशोर न्याय परिषद में लंबित 1415 छोटे-छोटे मुकदमों के शीघ्र निष्पादन हेतु सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया.
साथ ही बाल कल्याण समिति की बैठक हर तीन माह में करने का निर्णय लिया गया. बाल कल्याण समिति को किशोर न्याय बालों की देख-रेख अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप बैठक करने तथा लंबित मामलों हेतु विशेष पहल कर बच्चों को घर भेजने के पहल का निर्णय लिया गया. जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक भाष्कर प्रियदर्शी को निर्देश दिया गया कि अगले बैठक में अपने स्तर से सभी अन्य पदाधिकारियों एवं स्टेक होल्डर को आमंत्रित करें.
सभी स्टेक होल्डर को चाइल्ड प्रोटेक्शन एमआइएस सिस्टम, चाइल्ड लेबर ट्रैकिंग सिस्टम तथा मिसिंग द ट्रैक चाइल्ड पोटर पर सशमय आंकड़े दर्ज करने तथा इन गृहों के आवासित बच्चों के नियमित स्वास्थ्य जांच का निर्णय लिया गया. बैठक में मामले को अत्यंत संवेदनशिल बताते हुए सभी सदस्यों को इसका अनुपालन यथा शीघ्र करने का निर्देश दिया गया. बैठक में डीएम के अनुपस्थिति में अपर समाहर्ता अरूण कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण कुमार, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आइसीडीएस, सभी बाल गृहों के अधीक्षक व प्रतिनिधि उपस्थित थे.