छपरा(सारण) : कुख्यात अपराधी लालबाबू मियां को हथियार के साथ गिरफ्तार करने में पुलिस ने कामयाबी हासिल की है. रविवार को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर लालबाबू मियां को हथियार के साथ गिरफ्तार किया. वह जिले के दरियापुर थाना क्षेत्र का निवासी है और मढ़ौरा में 20 अप्रैल को एलआइसी के कैश वैन से हुए 11 लाख रुपये की लूट की घटना में संलिप्त था.
लालबाबू मियां मुख्य रूप से चेक सिंह गिरोह के सदस्य है और कुख्यात अपराधी चेक सिंह ने ही तीन वर्ष पहले इसुआपुर थानाध्यक्ष संजय तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. संजय सिंह की हत्या के बाद अपराधियों के साथ गैंगवार में कुख्यात अपराधी चेक सिंह भी परसा में मारा गया था. चेक सिंह के मारे जाने के बाद कुख्यात अपराधी लालबाबू मियां ने अपना गिरोह बदल दिया और मढ़ौरा थाना क्षेत्र के नरहरपुर गांव के लालमोहन सिंह के गिरोह से जुड़ गया और लूटपाट की घटना को अंजाम देने लगा. 20 अप्रैल को मढौरा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर के एलआइसी के कैश वैन से लूटपाट की घटना को अंजाम देने के बाद से फरार था.
इस घटना में लालमोहन सिंह का भी हाथ था. लालमोहन सिंह तथा लालू ठाकुर समेत दो अपराधी 15 दिनों पहले गैंगवार में मारे जा चुके हैं. लालू ठाकुर तथा लालमोहन सिंह ने आयकर अधिकारी के चालक को गोलियों से भून दिया था. लालबाबू मियां की गिरफ्तारी से पुलिस को एक साथ कई बड़े कांडो का उदभेद्दन करने का रास्ता साफ हो गया है. लालबाबू मियां के खिलाफ पहले से दरियापुर, डेरनी, भेल्दी, अमनौर, परसा, मकेर, गड़खा, दिघवारा तथा नयागांव थाना में दो दर्जन से अधिक लूट, हत्या व आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज है. पिछले एक दशक से यह पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था. गिरफ्तार अपराधी से पुलिस पूछताछ कर रही है
और इसकी निशानदेही पर संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. पुलिस फिलहाल इस मामले में कुछ भी बताने से परहेज कर रही है और पुलिस का कहना है कि इस मामले में अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. बताते चलें कि एलआइसी के कैश वैन से लूट पाट की घटना में संलिप्त अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. बताया जाता है कि पुलिस अधीक्षक अनसुइया रणसिंह साहू ने विशेष टीम का गठन किया है जो अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार अभियान चला रही है.