समस्तीपुर : जिले के सभी माध्यमिक स्कूल एवं उच्च माध्यमिक स्कूल अब जल्द ही इंटरनेट से लैस होने वाले हैं. स्कूलों में बच्चे अब कंप्यूटर के साथ-साथ इंटरनेट की जानकारी ले सकेंगे. स्कूलों को पूरी तरह से स्मार्ट बनाने की तैयारी की जा रही है. इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है. डीपीओ एसएसए मानवेंद्र कुमार राय ने बताया कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अब इंटरनेट की सुविधा मिलेगी. भारतनेट विश्व का सबसे बड़ा ग्रामीण ब्रॉडबैंड संपर्क करने का कार्यक्रम है. 2025-26 की बजट में की गई घोषणा पर अमल को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. पहले चरण में जिले के हाई स्कूलों में यह सुविधा दी जायेगी. आंकड़े बताते हैं कि महज 28 फीसदी स्कूलों में ही इंटरनेट है. भारत नेट स्कीम के तहत ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में कनेक्शन की निःशुल्क व्यवस्था की योजना है. इसके तहत मशीन का कोई चार्ज नहीं लिया जायेगा, लेकिन सेवा प्रदाता के पैकेज के अनुसार मासिक चार्ज देना है. शिक्षक सिद्धार्थ शंकर ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स तकनीकी क्षेत्र में आये विकासशील परिवर्तन चौथी क्रान्ति के सूचक थे. इसके बाद रेडियो तथा टेलीविजन आदि का प्रयोग शिक्षा के क्षेत्र में होने लगा.
जिले के 28 फीसदी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में है इंटरनेट सेवा
कम्प्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट, मोबाइल, स्मार्ट फोन एवं सीडी-डीवीडी आदि के आने से संचार के क्षेत्र में विकास हुआ, जिससे कि ईमेल, डिजिटल वीडियो, ई-बुक्स, ई-शिक्षा, ऑनलाइन शिक्षा और इंटरनेट के माध्यम से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में इन यंत्रों ने नई क्रान्ति का उदय किया. इन साधनों ने शिक्षा के क्षेत्र में पुरानी अवधारणाओं में आधुनिक सन्दर्भ के साथ अभूतपूर्व क्रान्तिकारी परिवर्तन करके उन्हें एक नया स्वरूप प्रदान किया है. इंटरनेट की मदद से छात्रों को ऑनलाइन पाठ्यक्रम, वीडियो शिक्षा, ई-पुस्तकें, अन्य शिक्षात्मक सामग्री मिलती है. इंटरनेट की मदद से शिक्षक हर छात्र की अलग जरूरतों को समझ पाते हैं और उन्हें उनके हिसाब से पढ़ा पाते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है