समस्तीपुरः ई- गवर्नेस का असर अब दिखने लगा है़ . कृषि विभाग को भी सरकार पूरी तरह ऑनलाइन करने की तैयारी में है़ अब गांव की मिट्टी की जांच कर उसका डाटा ऑनलाइन करने की तैयारी शुरू हो गयी है़.
सरकार अभियान चलाकर हर गांव की मिट्टी के नमूनों का संग्रह कर उसकी प्रयोगशाला में जांच करायेगी़. सरकार के इस अभियान के तहत जिले के प्रत्येक गांव की मिट्टी का संग्रह किया जायेगा़ . हर गांव से मिट्टी के 10 नमूने संग्रह कर इसे प्रयोगशाला में भेजी जायेगी़ . इसके लिए टीमों का गठन किया जायेगा ताकि एक भी गांव इससे वंचित नहीं रह सकें.
इसके लिए गांव के दस अलग-अलग जगहों की मिट्टी का नमूना संग्रह किया जाना है ताकि सरकार के पास हर प्रकार की मिट्टी के बारे में जानकारी रह़े मिट्टी की जांच के लिए उसे संग्रह कर सरकार द्वारा स्थापित प्रयोगशाला में भेजी जायेगी़ जांच के बाद मिट्टी का पूरा डाटा ऑनलाइन करते हुए किसानों को उसका हेल्थ कार्ड भी दिया जायेगा़. इसमें मिट्टी की उर्वरता निर्धारण व फर्टिलिटी मैप भी रहेगी़.
अगर किसी किसान की मिट्टी में कोई गड़बड़ी होगी तो उसे सरकार के स्तर से ठीक कराया जायेगा ताकि उसकी उर्वरता बढ़ सक़े . सरकार ने इस योजना को अपने कृषि रोड मैप में शामिल किया है़ खेतों की मिट्टी की जांच के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा़. कृषि आत्मा द्वारा इस कार्य को संपादित किया जायेगा़ करीब 10 माह तक चलने वाले इस अभियान में कृषि से जुड़े हर पहलू पर नजर रहेगी़ विभाग के प्रधान सचिव ने इस अभियान को पूरा करने को कहा है़.