समस्तीपुर : यक्ष्मा रोगियों की पहचान एवं उसके इलाज को लेकर पिछले दिनों अभियान चलाया गया था. यह अभियान 16 जनवरी से 30 फरवरी तक चलाये गये थे. इस दौरान जिले में कुल 118 यक्ष्मा के नये रोगियों को चिह्नित किया गया. इन चिह्नित मरीजों का नि:शुल्क इलाज संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में किया जा रहा है. पिछले एक फरवरी को केंद्र सरकार के द्वारा प्रस्तुत आम बजट में हेल्थ सेक्टर की कुछ प्रमुख बीमारियों पर नियंत्रण को लेकर सरकार ने निर्धारित अवधि में इसके उन्मूलन की दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग की है. इससे उम्मीद की जा रही है कि आनेवाले समय में इस बीमारी पर नियंत्रण किया जा सकेगा.
जानकारी के अनुसार, यक्ष्मा रोगियों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से पिछले महीने अभियान चलाया गया. बड़े पैमाने पर आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को लगाकर गांव-गांव में जाकर संदिग्ध मरीजों की तलाश की गयी. संदिग्ध मरीजों की जांच में 218 ऐसे व्यक्ति पाये गये, जो यक्ष्मा से पीड़ित थे. इन मरीजों को तत्काल संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से इलाज शुरू किया है. इन मरीजों को निशुल्क दवा दी जा रही है. निर्धारित समय तक दवा खाने के बाद यक्ष्मा के रोगी पूरी तरह स्वास्थ्य हो जायेंगे.