समस्तीपुर : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बिक्रमपुर बांदे गांव के समीप केनरा बैंक के मैनेजर से हुई 15 लाख रुपये के लूट की घटना से पर्दा नहीं उठ पाया है. घटना के 28 दिन बाद भी पुलिस को इस मामले में कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी है. हालांकि, घटना के बाद कुछ दिनों तक […]
समस्तीपुर : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बिक्रमपुर बांदे गांव के समीप केनरा बैंक के मैनेजर से हुई 15 लाख रुपये के लूट की घटना से पर्दा नहीं उठ पाया है. घटना के 28 दिन बाद भी पुलिस को इस मामले में कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी है. हालांकि, घटना के बाद कुछ दिनों तक पुलिस ने इस घटना को सुलझाने के लिए बहुत हाथ पैर भी मारे, लेकिन इसमें पुलिस को सफलता मिलने के बजाय बदनामी ही हाथ लगी.
इस घटना के कुछ पहलुओं से पुलिस के शक की सुई बार-बार मैनेजर के चालक एवं बैंक से जुड़े लोगों पर जा रही थी. इसलिए पुलिस ने पूछताछ के लिए चालक को हिरासत में लिया. लेकिन पुलिस ने जब उक्त चालक को छोड़ दिया तो अगले दिन ही उस चालक ने कोर्ट में थानाध्यक्ष समेत पुलिस के वरीय अधिकारियों के विरुद्ध अभियोग पत्र
दायर कर दिया. जिसमें पुलिस अधिकारियों पर मारपीट का आरोप लगा दिया गया.
कोर्ट में नालिसी दर्ज होने के बाद पुलिस कार्रवाई बैकफुट पर आ गयी. इसके बाद से इस लूट की घटना में पुलिस को कोई खास सफलता हाथ नहीं लग पायी है.
तीन मई को हुई थी लूट :
बता दें कि विगत तीन मई को बाइक सवार अपराधियों ने हथियार के बल पर बिक्रमपुर बांदे गांव के समीप केनरा बैंक के मैनेजर की भाड़े की कार से 15 लाख रुपये लूट लिए थे. मैनेजर ने यह रुपये समस्तीपुर ब्रांच से निकला था. रुपये लेकर वह बिना गार्ड के ही अपने ब्रांच ले जा रहे थे. घटना के समय उस गाड़ी में मैनेजर के अलावा कार का चालक व एक कर्मी भी था.
तीन मई को केनरा बैंक के मैनेजर से हुई थी 15 लाख की लूट
घटना के जांच के दौरान पुलिस पर ही दायर करा दी गयी नालिसी
कोर्ट में नालिसी दर्ज होने के बाद बैकफुट पर आयी पुलिस
कहते हैं डीएसपी
इस लूट कांड में पुलिस को कई अहम सुराग मिल गये हैं. जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जायेगा.
मो तनवीर अहमद, सदर डीएसपी, समस्तीपुर