समस्तीपुरः सच ही कहा गया है कि लालच बुरी बला होती है. कुछ इसी तरह का वाकया देखने को मिला रेल परिसर स्थित डीजल शेड कारखाने में. तांबे की चमक ने रेल कर्मी अजय कुमार राय के आंखों में इस तरह चुभी की वे उसे चुरा कर घर ले जाने की कार्ययोजना बनाने लगे. लेकिन कारखाने में काम कर रहे अन्य कर्मियों की नजर से शायद वे नहीं बच सके.
घर जाने के लिए ज्योंहि अजय कारखाना गेट से निकले कि गुप्त सूचना के आधार पर पहले से घात लगाये आरपीएफ के जवानों ने उन्हें रोक तलाशी ली. इस क्रम में उनके बाइक की डिक्की में से 25 किलो तांबा का यंत्र जो कि रेल इंजन में प्रयोग किया जाता है, उसे रंगे हाथ आरपीएफ ने पकड़ लिया. सूत्रों के अ नुसार डीजल शेड में टैकनीशियन ग्रेड थ्री के पद पर कार्यरत अजय कुमार राय प्रतिदिन की तरह सोमवार की रात भी काम खत्म करने उपरांत घर जाने के लिए निकलने से पूर्व 25 किलो का तांबा यंत्र अपनी बाइक की डिक्की में छिपा कर रख लिये. इसकी जानकारी कारखाने के एक वरीय कर्मी को हो गयी. उन्होंने आरपीएफ को इसकी सूचना दी और त्वरित कार्रवाई करते हुए आरपीएफ ने उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. आरपीएफ इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि कर्मी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
-उठी कारीगरों की समस्याएं, समस्तीपुर . बिहार कुम्हार समन्वय समिति की बैठक हसनपुर जितवारपुर में मंगलवार को हुई. अध्यक्षता जिला सचिव प्रमोद कुमार पंडित ने की. इसमें ठंड के कारण सरस्वती प्रतिमा बनाने वालों कारीगरों की समस्याएं उठायी गयी. इसमें मूर्ति रखने के लिए गोदामों का न होना. कम मजदूरी के समस्याओं को उठाया गया.