समस्तीपुर : समाहरणालय के सभागार में सोमवार को विभिन्न शाखाओं, प्रखंडों व अंचल कार्यालय के प्रधान सहायकों की बैठक हुई. अध्यक्षता अपर समाहर्त्ता संजय कुमार उपाध्याय ने की. श्री उपाध्याय ने सभी कार्यालयों में कोई भी पत्र लंबित न रहे इसके लिए सभी लंबित कार्य को अद्यतन कर लेने का निर्देश दिया. अपर समाहर्त्ता ने […]
समस्तीपुर : समाहरणालय के सभागार में सोमवार को विभिन्न शाखाओं, प्रखंडों व अंचल कार्यालय के प्रधान सहायकों की बैठक हुई. अध्यक्षता अपर समाहर्त्ता संजय कुमार उपाध्याय ने की. श्री उपाध्याय ने सभी कार्यालयों में कोई भी पत्र लंबित न रहे इसके लिए सभी लंबित कार्य को अद्यतन कर लेने का निर्देश दिया.
अपर समाहर्त्ता ने कहा है कि सभी कार्यालय प्रधान अपने-अपने कार्यालय का स्वयं निरीक्षण करें एवं कार्यालय में सभी तरह की पंजी का संधारण नियमानुकूल तथा ससमय करें. मुख्यमंत्री जनता दरबार, जिला जनता दरबार के लंबित परिवाद पत्रों का एक सप्ताह के अंदर निष्पादन कर प्रतिवेदन जनशिकायत कोषांग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
लोकायुक्त, मानवाधिकार, सीडब्लूजेसी, एमजेसी, सेवांत लाभ के मामलों का जवाबदेही से निष्पादन करने का निर्देश प्रधान सहायकों को दिया गया. इस क्रम में रोकड़ पंजी को अद्यतन करने, वित्तीय कामकाजों का नियमानुकूल संधारण करने तथा लंबित डीसी बिल का समायोजन कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा गया है. बैठक में स्थापना उप समाहर्त्ता राशिद कलीम अंसारी तथा सभी प्रखण्डों, सभी अंचलों एवं समाहरणालय के कार्यालयों के प्रधान सहायक उपस्थित थे.
फर्जी सीम बेचने पर होगी कार्रवाई : डीएसपी
शहर के विभिन्न चौक चौराहांे पर स्टॉल लगाकर सीम बेचने वालों की जांच करायी जायेगी. सदर डीएसपी मो. तनवीर अहमद ने बताया कि हाल के दिनों में फर्जी तरीके से सीम लेकर घटनाओं को अंजाम देने के कई मामले सामने आये है. इसको देखते हुये ऐसे दुकानदारों पर शिकंजा कसने की प्रशासन तैयारी कर रही है जो फर्जी कागजातों पर सीम मुहैया कराते है.
डीएसपी ने कहा कि इन सब के विरुद्ध जल्द ही अभियान चलाया जायेगा. उन्होंने उपभोक्ताओं को प्रतिष्ठित दुकानों से ही सीम लेने की सलाह दी. ताकि उनके द्वारा दिये गये कागजातों का दुरुपयोग नहीं हो सके. इसके लिये अनुमंडल के सभी थानाध्यक्षों को भी आवश्यक निर्देश दिये गये है कि वे अपने क्षेत्र में इन गतिविधियों पर अंकुश लगायें.
बता दें कि हाल के दिनों में हत्या के कई ऐसे मामले सामने आये है जिनमें अपराधियों ने गलत कागजातों के आधार पर सीम निकाल कर घटना को अंजाम दिया.
इन मामलों में कई निर्दोष लोगों को भी तत्कालिक परेशानियां झेलनी पड़ी है.