समस्तीपुर : जिले में एचआइवी मरीजों की संख्या में नित नये इजाफे का दौर जारी है. हालात यहां तक पहुंच गये हैं जिला एचआइवी की दृष्टि से खतरनाक चौराहे पर खड़ा नजर आ रहा है. इसे भांपते हुए सेहत विभाग लगातार जन जागरुकता के माध्यम से इस नकेल कसने की कोशिश में जुटा है लेकिन स्थिति विकट होती जा रही है.
सेहत विभाग की ओर से प्राप्त आंकड़े बयां करते हैं कि चालू वित्तीय वर्ष के बीते सात महीनों में विभाग के पास पहुंचे लोगों में 7223 केस ऐसे आये जिसकी काउंसेलिंग की गयी. इसके बाद जरुरत के मुताबिक लोगों की जांच पड़ताल भी हुई. इसमें 201 लोगों में एचआइवी होने की पुष्टि हुई. जिसने विभाग को सकते में डाल गया.
हालांकि गत वर्ष यह आंकड़ा 265 तक पहुंचा था. ध्यान देने योग्य है कि वित्तीय वर्ष के पांच अहम महीनों के आंकड़े सामने आये बाकी हैं जिसमें अधिकतर परदेसी लोग पर्व त्योहारों के बहाने वापस घर लौट आया करते हैं. विभागीय सूत्रों का कहना है कि इस वर्ष का आंकड़ा गत वर्ष की तुलना में कुछ अधिक हो सकता है.
वैसे पूरे वर्ष बीतने के बाद ही सही बताया जा सकता है. इधर, सेहत विभाग जिले में बढ रही एचआइवी केस की रिपोर्ट से बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति पटना को अवगत करा रही है. जिसके मद्देनजर हड़कत में आये समिति की ओर से जिले में लगातार जागरुकता अभियान चला रही है. जिसका नतीजा तो आने वाले दिनों में सामने आ सकेगा कि लोगों पर इसका कितना प्रभाव छोड़ पा रहा है.