समस्तीपुर : नगर परिषद के उपाध्यक्ष पर लगे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर विशेष बैठक की तिथि मुख्य पार्षद अर्चना देवी ने सोमवार को निर्धारित कर दी है. आगामी 10 दिसंबर को नगर भवन में विशेष बैठक का आयोजन किया जायेगा.
इस बैठक में शामिल होने के लिए सभी 29 पार्षदों को निबंधित डाक से पत्र भेजने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. बताते चलें कि पिछले दो वर्षों से नगर परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की कुर्सी को लेकर जो सियासी उठा पटक चल रही उससे पार्षदों के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता भी काफी बढ़ गयी है.
करीब एक वर्ष पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष अर्चना कुमारी के ऊपर लगा अविश्वास, इसके तुरंत बाद उपाध्यक्ष सुजय कुमार पर भी सदस्यों ने अविश्वास जता दिया था. जिसके बाद दो खेमों में बंटी नगर परिषद की सियासत की तस्वीर और प्रमुख दोनों ही कुर्सी विरोधी खेमे की ओर खिसकती नजर आयी.
लेकिन अचानक आपात बैठक में चर्चा से पूर्व नप उपाध्यक्ष की ओर से त्याग पत्र ने राजनीतिक हलकों में हैरत का माहौल कायम कर दिया.
नतीजा चर्चा और मतदान टल गया. नप अध्यक्ष की कुर्सी भी बच गयी थी. ठीक इसके बाद नप उपाध्यक्ष ने अपना त्याग पत्र वापस लेकर विरोधियों को चारों खाने चित्त कर दिया. हालांकि विरोधी खेमा नप उपाध्यक्ष के त्याग पत्र वापसी को गैर संवैधानिक मानते हुए आपत्ति दर्ज करायी थी.
इसके साथ ही पर्दे के पीछे दोबारा अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पटकथा तैयार होने लगी. इसमें टेंडर प्रक्रिया ने घी का काम किया. जिसने विरोधी खेमे में शामिल नगर परिषद सदस्यों को मौका दे दिया.
जैसे ही समय पूरा हुआ 29 पार्षदों वाले नगर परिषद के 13 सदस्यों ने नप उपाध्यक्ष सुजय कुमार के विरुद्ध अविश्वास जताते हुए आवेदन की प्रति कार्यपालक पदाधिकारी देवेंद्र सुमन और फिर नगर परिषद अध्यक्ष अर्चना देवी के हाथ सौंप कर नगर परिषद की ठंडी पड़ी सियासत में फिर से गरमाहट ला दी थी. इधर, तिथि निर्धारित होते ही पक्ष व विपक्ष पार्षदों के बीच गोलबंदी का दौर शुरू हो गया है. महिला पार्षदों के पतियों को अपने पक्ष में विरोधी गुट रीझाने में जुटे हैं. देखना है राजनीतिक विसात किस करवट बिछती है़