समस्तीपुर : शहरी क्षेत्र से जुड़े फीडरों में ब्रेक डाउन, फेज उड़ने, जर्जर तार बदलने व सर्विस वायर का कार्बन छुड़ाने के लिए कनीय विद्युत अभियंता व लाइन मैन को पावर सब स्टेशन से 11 केवीए का शट डाउन लेकर विद्युत आपूर्त्ति बंद करा कार्यो का निष्पादन करना विगत कई वर्षों से नियति बन चुकी […]
समस्तीपुर : शहरी क्षेत्र से जुड़े फीडरों में ब्रेक डाउन, फेज उड़ने, जर्जर तार बदलने व सर्विस वायर का कार्बन छुड़ाने के लिए कनीय विद्युत अभियंता व लाइन मैन को पावर सब स्टेशन से 11 केवीए का शट डाउन लेकर विद्युत आपूर्त्ति बंद करा कार्यो का निष्पादन करना विगत कई वर्षों से नियति बन चुकी है.
हालांकि विद्युत कंपनी के अभियंताओं ने ट्रांसफॉर्मरमें लगे जर्जर व जले एवी स्वीच को बदलने के लिए कई बार आश्वासन की घुट्टी पिला चुके हैं. लेकिन, बदलने की दिशा में अभी भी कार्रवाई लंबित है.
जानकारी के अनुसार विगत दिनों सोनवर्षा चौक, कचहरी परिसर आदि क्षेत्रों में जर्जर एलटी तार बदलने का कार्य जब शुरू किया गया तो उस इलाके का 11 केवीए का जंफर हटा उस क्षेत्र में लगे लगभग आधा दर्जन से अधिक ट्रांसफॉर्मरकी आपूर्त्ति ठप कर दी गयी. घंटों विद्युत आपूर्त्ति ठप रहने से जहां कंपनी राजस्व का हानि हुआ.
वहीं इस भीषण गर्मी में उपभोक्ता पेयजल व एसी से ठंडी हवा लेने के लिए तड़पते रहे. उपभोक्ता का कहना है कि विद्युत आपूर्त्ति ठप करने की जानकारी कंपनी के अभियंताओं को दो दिन पहले देनी चाहिए. लेकिन, ऐसा नहीं किया जाता है. बताते चलें कि शहरी क्षेत्र के टाउन वन व थ्री फीडर में 62 व टाउन टू फीडर में 74 ट्रांसफार्मर क्रमश: 100 व 200 केवीए का लगाया गया है. 80 फीसदी ट्रांसफॉर्मर में एवी स्वीच नहीं है.
वहीं शहरी क्षेत्र में लगे विद्युत आपूर्त्ति ट्रांसफार्मर का मेंटनेंस कार्य सिर्फ कागजों पर ही किया जा रहा है. अत्याधिक लोड के कारण शहरी क्षेत्र में ट्रांसफार्मर जलने की बात कोई नयी नहीं है. वहीं ट्रांसफार्मर के तेल व अर्थिंग की समय-समय पर जांच नहीं की जाती है. कई क्षेत्रों में इस वजह से लो वोल्टेज की समस्या उत्पन्न हो रही है.
एसडीओ शहरी एमके शर्मा ने कहा कि मानव बलों से समय-समय पर ट्रांसफॉर्मर की स्थिति के संबंध में पूछताछ की जाती है. दीपावली से पूर्व सभी ट्रांसफॉर्मर में एवी स्वीच लगाने का कार्य पूरा किया जायेगा.