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भूकंप से कांप उठा समस्तीपुर
समस्तीपुर : शहर के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को सभी अपने अपने कार्य में व्यस्त थे. घड़ी की सूई ज्योंही 11 बजकर 41 मिनट पर गयी कि आम लोगों के बीच शोर गुल का माहौल बनने लगा. शहरवासियों को ज्योंही शरीर में कंपन के साथ साथ घरों व कार्यालयों में रखे सामान इधर से उधर […]
समस्तीपुर : शहर के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को सभी अपने अपने कार्य में व्यस्त थे. घड़ी की सूई ज्योंही 11 बजकर 41 मिनट पर गयी कि आम लोगों के बीच शोर गुल का माहौल बनने लगा. शहरवासियों को ज्योंही शरीर में कंपन के साथ साथ घरों व कार्यालयों में रखे सामान इधर से उधर हिलना शुरू किया कि लोग अपनी अपनी जान बचाकर बाहर सड़कों पर निकलने लगे.
सभी की निगाहें मकान पर टिकी हुई थी.
लगभग दो मिनट तक शहरवासियों ने मकान को इधर उधर तीव्र गति से डोलते हुए देखा. सभी ईश्वर से यही प्रार्थना करने में जुटे थे कि भूकंप का कंपन जल्द से जल्द समाप्त हो जाये. इधर, सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार सुबह भूकंप के कई झटके महसूस किये गये. इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया. भूकंप के कारण घरों में बैठे लोगों को धरती में कंपन्न महसूस होने के साथ साथ घरों में रखे बरतन व खिड़की-दरवाजे खड़कने की आवाज आयी. साथ ही घर के ऊपरी जगहों पर रखी वस्तुएं गिरने लगी.
ऐसे में जैसे ही लोगों को यह एहसास हुआ कि यह भूकंप की वजह से हो रहा है, इसके बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल शोकर मचाने लगे. काफी लोगों की समझ में ही नहीं आया कि ऐसा क्यों हो रहा है. पहला भूकंप का झटका सुबह 11 बजकर 41 मिनट पर महसूस किया गया.
यह करीब दो से तीन मिनट कर जारी रहा. जबकि दूसरा भूकंप का झटका दोपहर के लगभग 12 बजकर 11 मिनट पर महसूस हुआ. जो करीब 33 सेकेंड तक रहा. झटकों से लोगों को घरों में रखी हुई वस्तुएं हिलती नजर आयी. जबकि कुछ जगहों पर ईंट, घर के ऊपरी जगहों पर रखी सामान आदि गिर भी पड़ी. जैसे ही लोगों को आभास हुआ कि ये भूकंप के झटके हैं, तो लोग आनन-फानन में घरों से निकलकर बाहर खुले स्थान की तरफ भागे. कुछ समय के लिए अफरातफरी का माहौल कायम हो गया था. हालांकि भूकंप के झटकों से काफी कम नुकसान हुआ है.
दहशत में दिखे बच्चे
भूकंप के वक्त अपने परिजनों, शिक्षकों को घर से बाहर भयभीत होकर निकलते देख बच्चें भी दहशत में आ गये. जिस वक्त भूकंप का पहला झटका जिले को लगा, उस वक्त अधिकांश बच्चे विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करने में जुटे थे. अचानक भूकंप की आहट पाकर जब शिक्षकों ने बच्चों को विद्यालय के फिल्ड में एक जगह खड़ा होने को कहा तो बच्चों के अंदर भूकंप से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने की उत्सुकता जाग उठी. लेकिन उस वक्त की स्थिति कुछ और ही थी.
आठ झटके किये गये महसूस
शनिवार को विगत चार वर्षो के बाद जिले में भूकंप का झटका महसूस किया गया. एक के बाद एक बड़े-छोटे आठ भूकंप के झटकों से जिलेवासी सहम उठे. मौसम विभाग के अनुसार पहला झटका 11.41 बजे 7.8 रिक्टर पैमाने पर था.
इसके बाद दूसरा झटका 12.11 बजे 6.5 रिक्टर स्के ल पर रहा. वहीं 3 झटकें एक के बाद एक 6 रिक्टर स्केल से ऊपर रहा. एडीएम आपदा गौतम पासवान ने 24 घंटे तक सतर्क रहने की चेतावनी दी है. उन्होंने बताया कि भूकंप आने का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है. जितना अधिक हम सतर्क रहेंगे, उतनी ही जान माल की क्षति कम होगी. बताते चलें कि इससे पूर्व वर्ष 2011 में 3.3 रिक्टर स्के ल पर भूकंप की तीव्रता मापी गयी थी.
55 मिनट रहा ग्रिड का पावर फेल
भूकंप के जोरदार झटके को देखते हुए पावर ग्रिड को मिलने वाली विद्युत आपूर्ति सीएलडी के द्वारा 55 मिनट तक ठप कर दी गयी. मोहनपुर पावर सब स्टेशन में कार्यरत ऑपरेटर ने बताया कि भूकंप का जब तक एहसास हुआ तब तक सब स्टेशन में लगे तार अचानक झुलने लगे.
पहले तेज हवा के कारण झुलने का एहसास हुआ, लेकिन जब विद्युत ट्रांसफॉर्मर डोलने लगे तो भय का माहौल छा गया. हालांकि दोपहर 1.30 बजे के बाद विद्युत आपूर्ति सभी फीडरों में बहाल कर दी गयी. ग्रिड का पावर 11.45 से 12.50 बजे तक फेल रहा.
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