समस्तीपुर . शहर से सटे उत्क्र मित मध्य विद्यालय सिलौत व पोखड़ैरा को हाई स्कूल में उत्क्रमित करने का प्रस्ताव अटक सकता है. जमीनी स्तर पर दोनों ही विद्यालयों के पास अपना फिलवक्त अपना भूमि नहीं है.
जिसके कारण यह उत्क्रमण की कसौटी पर खड़ा उतरने से पीछे रह जा रहा है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब समस्तीपुर के सीओ डा. सफी अख्तर ने स्कूल के वास्तविक भूमि से संबंधित प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए जांच की. इस क्रम में पाया गया कि दोनों ही विद्यालय के पास मानक के अनुरुप जमीन नहीं हैं. उत्मक्रमित मध्य विद्यालय सिलौत के पास 5 कट्ठा 15 धुर जमीन है.
जबकि उत्क्रमित मध्य विद्यालय पोखड़ैरा के पास मात्र 20 कट्ठा 3 धुर जमीन ही उपलब्ध है. जबकि हाई स्कूल के लिए मध्य विद्यालय के परिसर में 1 से डेढ एकड़ भूमि होना अनिवार्य है. इसके साथ ही 40 डिस्मिल रिक्त भूमि विद्यालय के आधारभूत संरचना विकसित करने के लिए जरुरी है. उपलब्ध भूमि राज्यपाल के नाम पर होना आवश्यक है. सीओ के जांच प्रतिवेदन के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी बीके ओझा ने शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को कार्यालय पत्र भेजा है. जिसमें स्पष्ट किया गया है कि दोनों ही विद्यालयों के पास मानक के अनुरुप उत्क्रमण के लिए जमीन उपलब्ध नहीं हैं. वैसे इसके लिए प्रयास किया जा रहा है. यदि समय सीमा के अंदर भूमि उपलब्ध नहीं हुआ तो दोनों ही विद्यालयों के उत्क्रमण को निरस्त किया जा सकता है. ज्ञात हो कि वर्ष 2000 में पोखड़ैरा प्राथमिक विद्यालय को मध्य विद्यालय में उत्क्रमित किया गया था. वहीं वर्ष 06 में सिलौत के प्राथमिक विद्यालय को मध्य विद्यालय में उत्क्रमित किया गया था. जानकारी के अनुसार हाई कोर्ट के आदेशानुसार विद्यालय स्थलीय निरीक्षण कर जांच प्रतिवेदन भेजा गया है.