सहरसा नगर : लगातार पांच दिनों से बह रही पछिया हवा के साथ रविवार को सुबह से छाये घने कुहासे ने भी लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. सुबह से जारी घना कोहरा दिन के ग्यारह बजे तक छाया रहा. हालांकि दोपहर में लोगों को भगवान भास्कर के दर्शन हुए, लेकिन सूर्य की तपिश धरती […]
सहरसा नगर : लगातार पांच दिनों से बह रही पछिया हवा के साथ रविवार को सुबह से छाये घने कुहासे ने भी लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. सुबह से जारी घना कोहरा दिन के ग्यारह बजे तक छाया रहा. हालांकि दोपहर में लोगों को भगवान भास्कर के दर्शन हुए, लेकिन सूर्य की तपिश धरती तक उतर पाने में नाकामयाब रही और सर्द हवा शरीर की सिहरन को बढ़ाती रही.
लोग घरों मे कंबल व रजाई सहित अलाव के सहारे दुबके रहे. साप्ताहिक अवकाश होने की वजह से सड़कों पर भी आमजनों की आवाजाही काफी कम रही. तिल सक्रांति के बाद अचानक ठंड के भीषण प्रकोप से लोगों की मुश्किल कम होने के बजाय काफी बढ़ गयी. ठंड के वजह से लोग मार्निंग वाक पर भी कम निकल रहे हैं.
बच्चों व बुजुर्ग के लिए परेशानी :
ठंड के भयंकर प्रकोप के कारण छोटे बच्चे व बुजुर्गों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मजबूरन इन लोगों को भी अधिकांश समय घरों में कैद रहकर बिताना पड़ रहा है. हालांकि स्कूल व कोचिंग जाने वाले छात्रों को रोजाना बढ़ती ठंड से दो चार होना पड़ता है.
दिन में जलती रही गाड़ी की लाइट: घना कोहरे की वजह से सड़कों पर चलने वाली गाड़ियों को दिन में भी लाइट व डीपर को प्रयोग करना पड़ा. एनएच 107 पर कोहरे का असर ज्यादा दिखा. इस वजह से गाड़ियां भी हॉर्न व लाइट के सहारे धीरे-धीरे रास्ता तय कर रही थी.
बाजार भी पड़ा है ठंडा : शीतलहर की वजह से बाजार में भी ग्राहकों की आवाजाही अन्य दिनों की अपेक्षा काफी कम रही. दुकानदार बताते हैं कि शादी का सीजन होने के बावजूद लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. खास कर अंतिम समय में ठंड के तेवर ने भी गर्म कपड़े के बाजार को राहत नहीं दी है. व्यवसायी ऊनी कपड़े की बिक्री नहीं होने को लेकर परेशान हैं.
अलाव की नहीं है व्यवस्था : शहर से लेकर गांव तक कहीं भी जिला प्रशासन या आपदा विभाग द्वारा मुकम्मल रुप से अलाव जलाने की व्यवस्था नहीं की गयी है. संपन्न लोग घरों में रूम हीटर के सहारे ठंड से बचाव में लगे रहे. वहीं गरीब तबके के लोग सड़क किनारे निजी व्यवस्था से लकड़ी व पेपर इकट्ठा कर शीतलहर को चुनौती देते दिखे.
मधुमेह व रक्तचाप रोगियों के लिए खतरा : शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ एच आर मिश्रा कहते हैं कि अत्यधिक ठंड मधुमेह व रक्तचाप के मरीजों के लिए परेशानी खड़ी कर देती है. ऐसे लोगों को ठंड से बचाव करना चाहिए. इसके अलावा सभी लोगों को गर्म कपड़े के अलावा टोपी व मफलर का प्रयोग करना चाहिए.