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ओवरब्रिज: फिर बीत गया साल, सड़क जाम रह गया सवाल

ओवरब्रिज: फिर बीत गया साल, सड़क जाम रह गया सवाल प्रभात अभियानबिहार सरकार दे राज्यांश, होगा कल्याणसहरसा नगरवर्ष 2015 भी बंगाली बाजार में ओवरब्रिज की उम्मीद लिये विदा हो रहा है. अब नये साल के आगमन पर ही सकारात्मक पहल के लिए लोग आशान्वित होंगे. सरकार व उनके नुमाइंदे सड़क जाम की समस्या को संवेदनशील […]

ओवरब्रिज: फिर बीत गया साल, सड़क जाम रह गया सवाल प्रभात अभियानबिहार सरकार दे राज्यांश, होगा कल्याणसहरसा नगरवर्ष 2015 भी बंगाली बाजार में ओवरब्रिज की उम्मीद लिये विदा हो रहा है. अब नये साल के आगमन पर ही सकारात्मक पहल के लिए लोग आशान्वित होंगे. सरकार व उनके नुमाइंदे सड़क जाम की समस्या को संवेदनशील मानने के बजाय चुप है. जनप्रतिनिधि अपनी राजनीति को चमकाने के लिए जनहीत की बातों को प्राथमिकता नहीं दे रहे है. प्रभात खबर द्वारा ओवरब्रिज के मुद्दे पर निरंतर की जा रही रायशुमारी में यह बातें प्रमुखता के साथ सामने आ रही है. पाठकों का कहना है कि सभी प्रकार का संसाधन उपलब्ध रहने के बावजूद चिलचिलाती धूप और कड़ाके की ठंड में महाजाम के दौरान वे पल-पल कु व्यवस्था के शिकार होते हैं. यह सवाल मस्तिष्क में कौंधता रहता है कि आखिर हम कब तक चुप्पी साधे रहेंगे. लोगों का कहना है कि राज्य सरकार राज्यांश देकर कार्य को आगे बढ़ाएं. जाम से हालात बदतर रजनीश कहते है कि ओवरब्रिज नहीं बनने से आमलोगों को पैदल चलने में भी परेशानी होती है. जनप्रतिनिधियों को ओवरब्रिज के लिए संघर्ष करना चाहिए. संध्या सिंह कहती है कि सीएम नीतीश कुमार को ओवरब्रिज के लिए पहल करनी चाहिए. ओवरब्रिज के बिना कोसी में विकास का दावा गलत होगा. बंटी कहते हैं कि ओवरब्रिज जनता की मांग है, जनप्रतिनिधियों को संघर्ष करना होगा. रवि कहते है कि ओवरब्रिज के मुद्दे पर जनप्रतिनिधि जनता को भ्रमित कर रहे हैं.सुनिए सरकारप्रभात खबर द्वारा शहर में ओवरब्रिज की मांग को लेकर आप पाठकों के सहयोग से बीते चार वर्षों में कई निर्णायक लड़ाई लड़ी गयी है. जिसका परिणाम है कि अब निर्माण का अड़ंगा समाप्त होने लगा है. अब जरूरत है हम, आप व राज्य सरकार के सजग होने की. सड़क जाम से जुड़े अनुभव व तस्वीर हमसे साझा करे. फोन व व्हाट्सएप: 94318-07274 फोटो – जाम 8 – यह तस्वीर दोपहर बारह बजे गंगजला चौक की है जिसे हमारे पाठक संजीव ने भेजी है.

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