गश्ती व पैंथर के बाद भी नहीं रूक रहा अपराध प्रतिदिन हो रही बाइक चोरी प्रतिनिधि, सहरसा सिटी कहने को तो सुबह से लेकर शाम तक शहर में गश्ती होती है, लेकिन अपराध है जो रूकने का नाम नहीं ले रहा है. प्रतिदिन कोई न कोई घटना अखबार की सुर्खियां बनती है. सुबह से लेकर शाम तक पीड़ितों की फौज थाना परिसर में अपनी पीड़ा सुनाने के लिए जुटती है. पुलिस उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर विदा करती है. पीड़ित कार्रवाइ की बाट जोहते – जोहते खुद को हारा मान लेते हैं. वहीं अपराधी अपनी जीत मान पुन: दूसरी घटना को अंजाम दे बैठते हैं. वर्तमान समय में चोरी तो आम बात हो गयी है. औसतन प्रत्येक दिन कहीं न कहीं घर में चोरी व बाइक की चोरी की घटना को चोर अंजाम दे रहे हैं. पीड़ित थाना में मामला भी दर्ज करवा रहे हैं, लेकिन पुलिस को कुछ खास सफलता हाथ नहीं लग पा रही है. —गश्ती पर गश्ती जिले के सभी थाना व ओपी से सुबह से लेकर रात तक गश्ती होती है. सभी थाना से सुबह, दोपहर, शाम व रात्रि गश्ती निकलती है. वही सदर थाना से इसके अलावा कोचिंग गश्ती, पैंथर व विभिन्न जगहों पर स्थायी गार्ड की व्यवस्था है. बावजूद प्रतिदिन कोई न कोई घटना घटित हो रही है. बाइक चोरी तो आम बात हो गयी है. घर हो या बाजार कब, कहां से चोरी हो जाय कहना मुश्किल है. गली-गली में बाइक चोर गिरोह के सदस्य सक्रिय है, जो मौका मिलते ही बाइक को लेकर चंपत हो रहे हैं. इसके बाद पीड़ित को थाना में एफआइआर दर्ज करने के अलावा कोई चारा नहीं रहता है. सदर थाना के गश्ती पर गौर करें तो पूर्वी व पश्चिमी भाग में सुबह- सुबह कोचिंग गश्ती, जिसके बाद दिवा गश्ती, संध्या गश्ती, रात्रि गश्ती होती है. इसके अलावा छह पैंथर जवान भी शहरी क्षेत्र में गश्त लगाते हैं. जानकारी के अनुसार तीन पैंथर जवानों की दो टोली बनायी गयी है. दोनो टोली में एक -एक पदाधिकारी भी रहते हैं. एक टीम में शामिल सिपाही कारू सिंह, जितेंद्र कुमार, सुदिष्ट कुमार सुमन को डोली पेट्रोल पंप, जगदम्बा पेट्रोल पंप, मेघराज सर्राफ पेट्रोल पंप, अभिराम पेट्रोल पंप, पूरब बाजार स्थित एसबीआइ शाखा, सीबीआइ, बैंक ऑफ बरौड़ा, देना बैंक, एचडीएफसी बैंक, यूबीओआइ, यूबीजीबी, आंध्रा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बंधन बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के अलावा गंगजला चौक, पंचवटी चौक, इस्लामिया चौक, तिरंगा चौक, पॉलिटेक्निक ढ़ाला, लक्ष्मीनिया चौक, तिवारी टोला चौक, सहरसा बस्ती चौक, झपड़ा टोला तक गश्त लगाने की जिम्मेवारी दी गयी है. वहीं दूसरी टीम में शामिल सिपाही अफरोज आलम जकरिया, कन्हैया प्रसाद, सुमन कुमार मधुकर को बनगांव रोड स्थित आलोक पेट्रोल पंप, इंडियन पेट्रोल पंप, गुड्डू पेट्रोल पंप, सब्जी बाजार स्थित पेट्रोल पंप, विनीत पेट्रोल पंप सर्वा ढाला, कंचन फ्यूल सेंटर हकपाड़ा, सेंट्रल बैंक अगवानपुर, एसबीआइ मुख्य शाखा, डीबी रोड स्थित एसबीआइ बाजार शाखा, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूबीजीबी, इलाहाबाद बैंक, पीएनबी, बंगाली बाजार स्थित बैंक ऑफ इंडिया, धर्मशाला रोड स्थित यूको बैंक, आइसीआसीआइ बैंक , एक्सिस बैंक मारूफगंज, बनगांव रोड स्थित कैनरा बैंक व गांधी पथ तक गश्ती करने की जिम्मेवारी दी गयी है. लेकिन वरीय अधिकारियों के निर्देश का पालन कितना हो पाता है. यह किसी से छुपा नहीं है. यदि वरीय अधिकारियों के द्वारा जारी निर्देश का शत-प्रतिशत पालन हो तो अपराध में गिरावट तय है.—-एसपी द्वारा गश्ती को कारगर बनाने के लिए प्रशिक्षु डीएसपी पोलस्त कुमार को इसकी विशेष जिम्मेवारी दी गयी है. पैंथर टीम की भी औचक जांच कर कार्रवाई की जायेगी. थानाध्यक्ष को भी अपराध नियंत्रण के लिए विशेष निर्देश दिया गया है. सुबोध कुमार विश्वास, एसडीपीओ—-अस्तित्व में नहीं आ पाया सेक्टर में विभक्त सदर थानासेक्टर में प्रतिनियुक्त कई पदाधिकारियों का हो चुका है स्थानांतरण सहरसा सिटी. दरभंगा प्रक्षेत्र के आइजी अमित जैन के निर्देश पर एएसपी मृत्युंजय चौधरी ने बीते जुलाई माह में सदर थाना को चार सेक्टरों में बांट पदाधिकारियों व जवानों की तैनाती की गयी थी. शहर में घटित घटनाओं के उद्भेदन, वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी व किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बनायी गयी कार्य योजना पांच माह बीत जाने के बाद भी अस्तित्व में नहीं आ पाया. प्रत्येक सेक्टर में एक सेक्टर प्रभारी व अन्य पदाधिकारी को नियुक्त किया गया था. जिसमें कई पदाधिकारियों का स्थानांतरण हो गया है. सेक्टर में शामिल पदाधिकारियों व जवानों को अपराध नियंत्रण व विधि व्यवस्था संधारण के लिए जवाबदेही दी गयी थी. पुलिस प्रशासन के इस कदम की लोगों ने सराहना की थी. लोग अपराध में कमी आने की आश लगाये थे. –सेक्टर-एक मुख्य रेलवे लाइन के थाना से पूरब व पश्चिम, जो शहर को दो भागों में बांटता है, के पूर्वी भाग वाला हिस्सा को सेक्टर एक बनाया गया था. इसमें मुख्य रूप से थाना चौक होते हुए गंगजला, रहमान चौक, विद्यापतिनगर, हटियागाछी, भेलवा, सुखासन, हकपाड़ा, कोसी चौक, शिवपुरी, बैजनाथपुर हनुमान चौक, तिरंगा चौक, पंचवटी चौक, प्रोफेसर कालोनी, नगर परिषद, प्रतापनगर, फकीरटोला, पालिटेक्निक, तिवारी टोला, रजवारा, सिमराहा एवं मधेपुरा ढ़ाला शामिल था. पुअनि राजेश भारती सेक्टर इंचार्ज बनाये गये थे. इसके अलावा पुअनि अजीत सिंह, सअनि देव कुमार राम, सिपाही कारू सिंह व सुमन मधुकर को शामिल किया गया था. –सेक्टर-दो शहर के बस स्टैंड, चाणक्यपुरी, एमएलटी कॉलेज, प्रशांत चौक, वीआइपी रोड, रेलवे कॉलोनी, चित्रगुप्तनगर, कायस्थ टोली, सहरसा बस्ती, पटेलनगर भेड़धरी, रूपनगरा, धमसैनी, झपड़ा टोला, कोरलाही, लोकोशेड व पटुआहा को सेक्टर दो में शामिल किया गया था. पुअनि जितेंद्र चौधरी को सेक्टर इंचार्ज बनाया गया था. टीम में पुअनि अरुण सिंह, सअनि अरविंद मिश्रा व जवान धनंजय गौड़ व कन्हैया प्रसाद को शामिल किया गया था. जिसमें सेक्टर इंचार्ज जितेंद्र चौधरी को डरहार थानाध्यक्ष के पद पर स्थानांतरित कर दिया गया है. –सेक्टर-तीन बुद्धा पब्लिक स्कूल, मत्स्यगंधा पोखर, सिसई, अगुवानपुर, शाहपुर, सपटियाही, पुलिस लाइन, स्टेडियम, कोसी विहार, कचहरी ढ़ाला, व्यवहार न्यायालय, सदर अस्पताल नरियार, बेंगहा, सराही, न्यू कॉलोनी, डीबी रोड, शंकर चौक, दहलान चौक व कहरा कुटी को सेक्टर तीन में शामिल किया गया था. पुअनि नितेश कुमार को सेक्टर प्रभारी व पुअनि शहाबुद्दीन खां, सअनि सुरेन्द्र यादव, करीम खां व जवान असगर खां व राजेन्द्र चौधरी को शामिल किया गया था. जिसमें पुअनि शहाबुद्वीन खां पुलिस लाइन में तैनात है. –सेक्टर-चार सब्जी मंडी, कपड़ापट्टी, चांदनी चौक, महावीर चौक, पासी टोला, मीर टोला, रिफ्यूजी कालोनी, कहरा कुटी, कहरा ब्लाक, दिघिया, भर्राही, मुस्तफानगर, अलीनगर, शर्मा टोला, कृष्णानगर, शारदानगर, बटराहा, ठाकुर चौक, भारतीय नगर व सुलिंदाबाद को सेक्टर चार में शामिल किया गया था. पुअनि जजा अली को सेक्टर प्रभारी, पुअनि उमाकांत उपाध्याय, सअनि अमरेश कुमार, सिपाही अंजनी सिंह व अमन कुमार को शामिल किया गया था. सेक्टर प्रभारी जजा अली का स्थानांतरण मधेपुरा जिला हो चुका है. —सेक्टर पदाधिकारी का कर्तव्य सेक्टर विभाजन के समय अधिकारियों द्वारा सेक्टर प्रभारी व टीम में शामिल अधिकारी व जवानों को उसके कर्तव्य का भी निर्धारण किया था. जिसमें सेक्टर प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत सभी आवेदन, मामलों का निष्पादन करेंगे, सभी प्रकार के संपत्ति मूलक कांडों का उद्भेदन, अनुसंधान के लिए पूर्णत: जवाबदेह होंगे. सेक्टर प्रभारी महत्वपूर्ण संपत्ति मूलक कांडों के अनुसंधानकर्ता होंगे. घटित अन्य कांडों के अनुसंधान व निष्पादन के लिए पूरी तरह जिम्मेवार होंगे. लंबित वारंट कुर्की का निष्पादन, फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी, अवैध शराब बिक्री, अवैध गैसिंग सेंटर, जुआखाना, लॉटरी को बंद कराने की जिम्मेवारी दी गयी थी. सभी सेक्टर प्रभारी क्षेत्र में पड़ने वाले पासपोर्ट व चरित्र सत्यापन करेंगे. प्रत्येक बैंक, वित्तीय संस्थान, ननबैंकिंग संस्थान का नियमित जांच कर फलाफल से थानाध्यक्ष व एसडीपीओ को अवगत कराने को कहा गया था. सेक्टर में अच्छे कार्य करने वालों को पुरस्कृत करने की भी योजना थी.
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गश्ती व पैंथर के बाद भी नहीं रूक रहा अपराध
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