सहरसा सदर. सदर थाना क्षेत्र के सिसई अगुवानपुर कृषि कार्यालय में पिछले वर्ष एक मजदूर की हत्या किये जाने के बाद गांव के लोगों द्वारा कृषि कालेज परिसर में मचाये गये उपद्रव की घटना में नामजद अभियुक्त रामू यादव को रविवार की रात सदर थाना पुलिस गिरफ्तार कर थाने ले आई.
नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद उक्त गांव के दर्जनों महिला पुरूषों ने पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए रामू यादव को निदरेष मान उक्त कांड में बेवजह उनका नाम घसीटे जाने की बात कहते विरोध जताया. गिरफ्तार अभियुक्त की रिहाई की मांग को लेकर महिला-पुरूष समर्थकों ने स्थानीय एसपी के गोपनीय कार्यालय के निकट पहुंच गिरफ्तार अभियुक्त को छोड़े जाने को लेकर नारे लगाये. इस बाबत पुलिस अधीक्षक को दिए गए ज्ञापन में 15 दिनों की जमानत के लिए मोहलत की मांग करते एसपी से अभियुक्त की रिहाई की मांग की गई.
लोगों का कहना था कि उक्त कांड में पुलिस व ठेकेदार द्वारा निदरेष लोगों को बेवजह फंसाये जाने के बाद निचली अदालत द्वारा अग्रिम जमानत खारिज किए जाने के बाद सभी अभियुक्त उच्च न्यायालय में 15 दिन पूर्व ही जमानत के लिए याचिका दायर कर चुके हैं इसलिए गिरफ्तार अभियुक्त को तत्काल बंधपत्र के आधार पर छोड़े जाने की मांग की गई. इस बाबत प्रदर्शनकारियों के शिष्टमंडल ने एसपी से भी सीधे मिल रिहाई के लिए फरियाद की, लेकिन मामले की गंभीरता देख एसपी ने गिरफ्तार अभियुक्त की रिहाई से इंकार कर उसे जेल भेज जाने का सदर थानाध्यक्ष को निर्देश दे दिया. निर्देश दिए जाने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में सोमवार को ही जेल भेज दिया गया. प्रदर्शनकारियों में प्रेम कुमार यादव, चंदन कुमार, रंजेश कुमार, कैलाश कुमार, धीरेन्द्र कुमार, उमा देवी, कुमकुम देवी, लक्ष्मी देवी, सरिता देवी, शंकर कुमार, रेखा देवी सहित दर्जनों लोग शामिल थे.