सहरसा : मत्स्यगंधा झील को पुराने स्वरूप में लौटाने में लगे जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने मत्स्यगंधा स्थित होटल कोसी विहार में जिले के सभी वरीय अधिकारियों के साथ शनिवार को गहन विचार विमर्श किया. इस मौके पर एसपी अश्विनी कुमार, सदर एसडीओ सौरव जोरवाल, डीडीसी शोभेंद्र चौधरी, अपर समाहर्ता धीरेंद्र कुमार झा, डीपीआरओ जय शंकर कुमार सहित सीओ सत्तरकटैया आदि मौजूद थे. इसके बाद डीएम श्री गुंजियाल ने अधिकारियों के साथ पूरे मत्स्यगंधा का घंटों निरीक्षण कर चल रहे सफाई कार्यों को देखा.
उन्होंने कहा कि इस झील की सफाई जिला प्रशासन जन सहयोग से कर रही है. वहीं झील में चल रहे बोट की मांगों को देखते हुए 30 और बोट झील में देने पर विचार की बात उन्होंने कही. मालूम हो कि शुक्रवार को छठ के सुबह के अर्घ के समय डीएम श्री गुंजियाल ने झील में नौका विहार के लिए छह पैडल बोट, दो शिकारा एवं दो बड़े नावों को झील में उतारा था. इस मौके पर जिलाधिकारी एवं सदर एसडीओ ने सपरिवार टिकट कटाकर बोट का आनंद लिया था. पहले दिन ही सैकड़ों शहरवासियों ने इस बोटिंग का लुत्फ संध्या तक उठाया था व दूसरे दिन भी सुबह से शहरवासी इसका लुत्फ उठाने के लिए पहुंच रहे थे.
जानकारी देते मंदिर व्यवस्थापक कुमार हीरा प्रभाकर ने बताया कि झील को पुराने स्वरूप से बेहतर करने का कार्य शुरू किया गया है. पर्यटकों को देखते हुए वोटों की संख्या भी बढ़ायी जायेगी. उन्होंने कहा कि बोट सेवा के तौर पर वोटिंग करने वालों से कुछ राशि ली जा रही है. भाड़े के तौर पर आधे घंटे सैर के लिए 2 सीट वाले बोट के लिए 60 रुपये, 4 सीटों वाले वोट के लिए 100 रुपये, शिकारा के 150 रुपये लिए जा रहे हैं. वहीं मत्स्यगंधा झील को पुराने स्वरूप में लौटते देख शहरवासियों में अपार हर्ष देखा गया. झील की रौनकता को देख लोग खुशी का इजहार कर रहे थे. साथ ही जिलाधिकारी एवं सदर एसडीओ के इस कार्य की सराहना कर रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि जिलाधिकारी के इस कार्य से