आक्रोश प्रकट. जिला स्कूल परिसर में नियोजित शिक्षकों ने योगदान का किया विरोध
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मूल्यांकन को लेकर शिक्षकों का हंगामा
आक्रोश प्रकट. जिला स्कूल परिसर में नियोजित शिक्षकों ने योगदान का किया विरोध नियोजित शिक्षकों ने मूल्यांकन के बहिष्कार का एलान करते हुए हंगामा शुरू कर दिया. जिससे नियमित व नियोजित शिक्षकों के बीच नोकझोंक व धक्का-मुक्की की नौबत आ गयी. हंगामे को देखते हुए प्रशासन को खबर दी गयी फिर बाद दंगा निरोधक दस्ता […]
नियोजित शिक्षकों ने मूल्यांकन के बहिष्कार का एलान करते हुए हंगामा शुरू कर दिया. जिससे नियमित व नियोजित शिक्षकों के बीच नोकझोंक व धक्का-मुक्की की नौबत आ गयी. हंगामे को देखते हुए प्रशासन को खबर दी गयी फिर बाद दंगा निरोधक दस्ता के आने के बाद हंगामा शांत हुआ.
पूर्णिया : मैट्रिक व इंटर के मूल्यांकन के लिए जिले के मध्य विद्यालयों के शिक्षकों को गुरुवार को जिला स्कूल में तलब किया गया. इस मौके पर पहुंचे नियोजित शिक्षकों ने मूल्यांकन के बहिष्कार का एलान करते हुए हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान नियमित और नियोजित शिक्षकों के बीच नोकझोंक और धक्का-मुक्की की नौबत आ गयी. हंगामे को देखते हुए प्रशासन को फौरन खबर दी गयी.
दंगा निरोधक दस्ता के आने के बाद हंगामा शांत हुआ. मौके पर डीडीसी रामशंकर, एसडीओ रवींद्र नाथ प्रसाद सिंह, डीईओ मिथिलेश प्रसाद ने नियमित शिक्षकों का योगदान शुरू कराया. इस दौरान केंद्र के बाहर के सुरक्षा का जिम्मा पुलिस ने संभाल रखा था.
प्राथमिक शिक्षक संघ ने किया बहिष्कार : प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों के शिक्षकों के विभिन्न संगठनों ने मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने की घोषणा की है. जिला प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष अब्दुल रउफ ने राज्य कमेटी के फैसले से संघ से जुड़े शिक्षकों को अवगत करा दिया है. जबकि प्राथमिक शिक्षक संघ गोपगुट के राज्याध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि मूल्यांकन में मिडिल स्कूलों के शिक्षकों को शामिल करना नियमों का सरासर उल्लंघन है.
टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ के मीडिया प्रभारी दीपक कुमार झा ने भी इस फैसले को हास्यास्पद करार दिया है. बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ ने जांच में असमर्थ होने का हवाला देते हुए मूल्यांकन का बहिष्कार किया है. जिलाध्यक्ष पवन कुमार जायसवाल और मीडिया प्रभारी दीपक सिंह भदौरिया ने बताया कि 17 अप्रैल से नियोजित शिक्षकों का सत्याग्रह आंदोलन तय है. इसकी सूचना विभाग और प्रशासन को दी गई है. इसके बाद भी नियोजित शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य में शामिल होने का दबाव देना बिल्कुल गलत है.
शिक्षकों का धरना जारी
गुरुवार को भी माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले नियोजित शिक्षकों ने बीबीएम हाइ स्कूल व राजकीय कन्या उच्च विद्यालय स्थित मैट्रिक मूल्यांकन केंद्रों के बाहर धरना दिया.धरना का नेतृत्व अध्यक्ष डा अमरेंद्र प्रसाद यादव ने किया. संघ के सचिव डा रामशरण मेहता के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट तक शिक्षकों ने मौन जुलूस भी निकाला. इधर, पूर्णिया कॉलेज इंटर मूल्यांकन केंद्र के बाहर वित्तरहित शिक्षकों ने 27 वें दिन भी धरना जारी रखा. इस दौरान मूल्यांकन कार्य में शामिल होने पर उच्च माध्यमिक नियोजित शिक्षकों को गुलाब के फूल प्रदान किये. धरना में प्रो राजेंद्र प्रसाद यादव, प्रो अशोक कुमार मल्लिक, प्रो कमलेश्वरी मेहता, डा जगदीश चंद्रा, विशेषानंद झा, डा अजय यादव, रामचंद्र चौधरी आदि शामिल हुए.
मध्य विद्यालयों के 274 शिक्षकों को गुरुवार को योगदान पत्र दिया गया. इनमें से पूर्णिया कॉलेज इंटर मूल्यांकन केन्द्र में 47, मैट्रिक मूल्यांकन केंद्रों में बीबीएम हाइ स्कूल में 113 और राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में 114 शिक्षकों को योगदान करने का निर्देश दिया गया. ये सभी शिक्षक स्नातक और परास्नातक डिग्रीधारी हैं.
सर, छठी कक्षा में पढ़ाते हैं, 12 वीं की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन कैसे करेंगे. गुरुवार को जिला स्कूल में योगदान करने आये शिक्षक जिले के वरीय अधिकारियों से यही सवाल कर रहे थे. मध्य विद्यालयों के ये शिक्षक एमए और एमएससी पास हैं. इन्हें कहा जा रहा था कि घबराने की कोई बात नहीं है. उत्तर कुंजिका दी जायेगी. उत्तर कुंजिका के दिलासे से ये शिक्षक और घबरा गये.
वे कहने लगे कि उत्तर कुंजिका देख कर कैसे कॉपियां जांच पायेंगे. अपना उस स्तर का कुछ याद भी नहीं है. कुछ गलती हो गयी तो बेवजह के पचड़े में पड़ जायेंगे. यही हाल उन शिक्षकों का भी था कि जो मैट्रिक मूल्यांकन के लिए भेजे जा रहे थे. ये सभी बीए और बीएससी डिग्रीधारी हैं. हालांकि अधिकारी भरोसा दिला रहे थे कि वे बेफिक्र होकर मूल्यांकन कार्य करें. मूल्यांकन केन्द्र के निदेशक और मुख्य परीक्षक मार्गदर्शन करेंगे.
पूर्णिया कॉलेज में मुख्य परीक्षकों ने जतायी नाराजगी : पूर्णिया कॉलेज इंटर मूल्यांकन केंद्र में मध्य विद्यालयों के शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किये जाने को लेकर विरोध के स्वर फूटने लगे हैं. मुख्य परीक्षकों ने इस प्रतिनियुक्ति पर गहरी नाराजगी जतायी है. गुरुवार को पूर्णिया कॉलेज के प्राचार्य प्रो संजीव कुमार के समझाने-बुझाने पर इन शिक्षकों का योगदान लिया गया. हालांकि इन शिक्षकों के साथ मूल्यांकन शुरू कराने में कॉलेज प्रशासन को शुक्रवार को विरोध का सामना करना पड़ सकता है. डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों का एक बड़ा तबका मिडिल स्कूलों के शिक्षकों के साथ मूल्यांकन करने का मुखर विरोध कर रहा है.
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