पूर्णिया : जब बेटे के करतूत से माता-पिता आग की चपेट में झुलस रहे थे, तो देर रात को गांव के रिश्तेदारों ने चुप्पी साध रखी थी. वहीं ग्रामीण नाजो यादव व उसका भतीजा अजय यादव ने मानवता दिखाते हुए वृद्ध कमला देवी की जान बचायी. नाजो ने बताया कि वह वर्षों से सारंधर सिंह की जमीन का देखभाल करता है. देर रात जब आग की लपट दिखा तो वे अपने भतीजे के साथ घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े. जहां देखा कि कमला देवी आग की चपेट में आ गयी है और उसके उपर एक टट्टी भी गिरी हुई थी.
उसने जान की परवाह किये उसे आग से बाहर निकाला, जबकि सारंधर सिंह आग से जल कर मर चुके थे. आनन-फानन में कमला देवी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया. उन्होंने बताया कि उनका घर घटनास्थल से करीब आधा किलोमीटर दूर है. नाजो ने बताया कि आग की लपट इतनी तेज थी कि घर के आसपास के हरे घास भी जल रहे थे. वहीं नाजो को इस बात का मलाल है कि वे सारंधर बाबू को नहीं बचा सके.