पूर्णिया : इग्नू फ्रेश बैच के छात्र-छात्राओं का प्रेरण सत्र रविवार को पूर्णिया कॉलेज परिसर में आयोजित हुआ. इस मौके पर इग्नू के क्षेत्रीय कार्यालय सहरसा के सहायक निदेशक डाॅ एम सफदरे आजम ने बच्चों को विभिन्न कोर्स से जुड़ी जानकारी दी. श्री आजम ने कहा कि कोचिंग जाने के लिए छात्रों में मारामारी रहती […]
पूर्णिया : इग्नू फ्रेश बैच के छात्र-छात्राओं का प्रेरण सत्र रविवार को पूर्णिया कॉलेज परिसर में आयोजित हुआ. इस मौके पर इग्नू के क्षेत्रीय कार्यालय सहरसा के सहायक निदेशक डाॅ एम सफदरे आजम ने बच्चों को विभिन्न कोर्स से जुड़ी जानकारी दी. श्री आजम ने कहा कि कोचिंग जाने के लिए छात्रों में मारामारी रहती है
, लेकिन कोई कॉलेज जाना नहीं चाहता है. इसकी मूल वजह है कि हर कोई शॉर्टकट से डिग्री प्राप्त करना चाहता है, जो भविष्य के लिए खतरा है. बच्चे देश के भविष्य हैं और उन्हें वर्ग के प्रति मनोवृत्ति बदलनी होगी.
उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं से आयोजित होने वाले परामर्श सत्र में शामिल होने की अपील की. प्रत्येक रविवार और अवकाश के दिन कॉलेज परिसर में परामर्श सत्र का आयोजन किया जायेगा, इसका लाभ लेने की आवश्यकता है. इग्नू स्टडी सेंटर के समन्वयक डाॅ गौरीकांत झा ने कहा कि अक्सर छात्र-छात्राओं के नहीं आने पर परामर्श सत्र को स्थगित करना पड़ता है. परामर्श सत्र केवल छात्र-छात्राओं की बेहतरी के लिए आयोजित होते हैं. बताया कि इग्नू द्वारा प्रत्येक वर्ष दो सत्रों में नामांकन लिया जाता है. फिलहाल जनवरी माह में नामांकित छात्रों के लिए प्रेरण सत्र आयोजित किया गया है.जुलाई में दूसरे सत्र के लिए नामांकन लिया जायेगा.कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डा प्रमोद कुमार सिंह ने भी अपने विचार रखे. कोई भी अध्यापक अध्यापन में कमी नहीं करता है, यह बच्चों पर निर्भर करता है कि वह अध्यापक का कितना लाभ ले पाते हैं.
छात्रों को अपने अधिकार व दायित्व दोनों के प्रति सजग होना होगा.मौके पर छात्र-छात्राओं द्वारा कई सवाल-जवाब भी किये गये.इस अवसर पर स्टडी सेंटर के विभिन्न शैक्षिक परामर्शदाता व छात्र-छात्रा मौजूद थे. इंटर फेल भी कर सकते हैं ग्रेजुएशन : पूर्णिया कॉलेज में रविवार को इग्नू फ्रेश बैच के लिए आयोजित प्रेरण सत्र के दौरान क्षेत्रीय कार्यालय सहरसा के सहायक निदेशक डाॅ एम सफदरे आजम ने विश्वविद्यालय के विशेष कोर्स बीपीपी की जानकारी दी.
श्री आजम ने कहा कि पूर्व में ग्रेजुएशन करने के लिए इंटर परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य था. लिहाजा पढ़ाई बीच में ही छूट जाने के कारण कई लोग ग्रेजुएशन नहीं कर पाते थे. इग्नू ने ऐसे लोगों के लिए बीपीपी (बैचलर ऑफ प्रीपेरेटरी प्रोग्राम) कोर्स जारी किया है, जो यूजीसी से मान्यता प्राप्त है. बताया कि कोर्स छह माह का है और इसमें नामांकन के लिए केवल एक शर्त है कि अभ्यर्थी 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र का हो.
बीपीपी करने के बाद संबंधित छात्र-छात्राओं को इग्नू से ही ग्रेजुएशन करना होगा. इसके उपरांत वह किसी भी कोर्स में अन्य विश्वविद्यालय में भी नामांकन दाखिल करा सकेंगे. अन्य कोर्स की भांति इसके लिए भी नामांकन जनवरी व जुलाई महीने में लिया जायेगा. कोर्स में नामांकन के लिए किसी भी शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता नहीं है, अभ्यर्थी को उम्र प्रमाणपत्र अथवा शपथ पत्र देना होगा.
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