11 दिवसीय रामधुन अष्टयाम संकीर्तन का आयोजन
पूर्णिया : चूनापुर रोड स्थित सिपाही टोला शक्तिनगर के दुर्गा मंदिर प्रांगण में 11 दिवसीय रामधुन अष्टयाम का आयोजन किया गया है. सिपाही टोला विकास मंच की ओर से आयोजित रामधुन अष्टयाम संकीर्तन 14 दिसंबर की शाम पांच बजे प्रारंभ हुआ. आयोजन का समापन 24 दिसंबर को होगा.
रामधुन अष्टयाम प्रारंभ से पूर्व 13 दिसंबर को 24 घंटे का रामचरित मानस पाठ का भी आयोजन हुआ. रामधुन अष्टयाम संकीर्तन के 24 दिसंबर को समापन के बाद 25 दिसंबर को अगहन पूर्णिमा के दिन शिव गुरु परिचर्चा का भी आयोजन होगा. आयोजन समिति के संरक्षक गुड्डू झा ने बताया कि 11 दिनों के लिए संकल्पित रामधुन अष्टयाम संकीर्तन 11 दिनों तक लगातार दिन-रात किया जायेगा.
11 दिनों के रामधुन अष्टयाम संकीर्तन महायज्ञ के दौरान साधु, फकीर, संत, महंथ एवं दरिद्र नारायण के लिए महा भंडारा का भी लगातार आयोजन किया जायेगा. आयोजन समिति गठित 24 घंटे का रामचरित्र मानस पाठ, 11 दिवसीय रामधुन अष्टयाम संकीर्तन के तहत महामंत्र के जाप एवं शिवगुरु परिचर्चा के आयोजन को लेकर आयोजन समिति का गठन किया गया है.
आयोजन समिति के अध्यक्ष कविंद्र मोहन दूबे, सचिव मनोज कुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष विनोद कुमार सिन्हा एवं इंद्रकांत मिश्र को मनोनीत किया गया है. इसके अलावा कार्यकारिणी समिति में संजय सिन्हा, दीपू शर्मा, कामेश्वर पासवान, जयहिंद सिंह, मुन्ना शर्मा, इंद्रजीत सिंह, राम बहादुर मंडल, रंजीत साह एवं नन्हे सिंह सहित करीब 50 स्थानीय गण्यमान्य व्यक्ति शामिल हैं. 22 कीर्तन मंडलियां आमंत्रित आयोजन में महामंत्र के जाप के लिए 22 कीर्तन मंडलियों को आमंत्रित किया गया है.
इसमें चंपानगर, कौशिक नगर, अशरफ नगर, गोआसी, रानीपतरा, खुश्कीबाग, चिरैया रहिका, मसूरिया एवं रामनगर सहित कई कीर्तन मंडलियां शामिल है. अष्टयाम संकीर्तन महायज्ञ चार आचार्यों के नेतृत्व में संचालित है. आचार्यों में पंडित सुशील कुमार, पंडित आशुतोष कुमार, पंडित विनय कुमार एवं पंडित निर्मल कुमार के नेतृत्व में महायज्ञ का संचालन हो रहा है.
महायज्ञ में शक्तिनगर, असमत नगर, सिपाही टोला, मरंगा, शास्त्रीनगर, सरस्वती नगर, कौशिक नगर, बक्साघाट, चूनापुर, गोआसी, मजरा, सौसा, चकला, रहुआ, कोरठबाड़ी एवं डीएवी चौक सहित कई मुहल्लों एवं आसपास के कई गांवों के दर्जनों श्रद्धालुओं का सहयोग प्राप्त हो रहा है. फोटो:- 15 पूर्णिया 03परिचय:- अष्टयाम संकीर्तन में गायन के की ओर से महामंत्र का जाप करते कीर्तन मंडली