धमदाहा: प्रखंड क्षेत्र में पिछले दिनों हुई भीषण वर्षा के बाद आयी बाढ़ से चारों तरफ त्रहिमाम मचा हुआ है. तेज बारिश के बाद प्रखंड के कई नदियों में उफान से क्षेत्र के कई गांवों का सड़क संपर्क भंग हो गया है. वहीं सैकड़ों एकड़ में लगी धान, केला एवं आलू की फसल बरबाद हो गयी है. क्षेत्र के रंगपुरा, दमैली, कसमरा, चंपावती, पारसमनी, बरहकोना, चंदवा, चिकनी डुमरिया, राजघाट गरैल, किशनटोली गांव के सैकड़ों एकड़ खेतों में लगे धान की फसल बरबाद हो गयी है.
हर तरफ है त्रहिमाम
रंगपुरा उत्तर पंचायत के बरहकोना गांव के बाढ़ पीड़ित मध्य विद्यालय बरहकोना के साथ-साथ सड़क किनारे शरण लिये हुए हैं. वहीं रंगपुरा दक्षिण पंचायत के बाढ़ पीड़ित मध्य विद्यालय रंगपुरा में अपना आशियाना बनाया है. सड़क किनारे तंबू बनाकर रह रहे रहरिया टोला के बाढ़ पीड़ित मनोज ऋषि, चानो ऋषि, रेखा देवी, फनिया देवी, मंजुला देवी ने बताया कि बाढ़ में सब कुछ गिर कर बरबाद हो गया है. घर में कमर भर पानी घुस जाने से सड़क किनारे टेंट बना कर छोटे-छोटे बच्चों के साथ रहना पड़ रहा है.
लगातार बढ़ रहा है पानी
प्रखंड क्षेत्र के लिबरी नदी, धमदाहा घाट नदी, कसमरा नदी सहित सभी सहायक नदियों के जल स्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. नदियों के उफान की वजह से खेतों के साथ-साथ लोगों के घरों में भी पानी का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. नदियों के बढ़ते जल स्तर ने अब सड़कों पर भी दबाव बनाना शुरू कर दिया है.
टापू बना गांव
चारों तरफ बाढ़ के पानी से घिर चुके प्रखंड के रामनगर, मोहना टोल, अधिक ऋषि टोला, बसहा महादलित गांव, बसहा मंडल टोला, वर्मा कॉलोनी, सरैया आदि गांव पूर्ण रूप से टापू में तब्दील हो गया हैं. इन सभी गांवों का सड़क संपर्क ध्वस्त हो गया है. बताया जाता है कि टापू में तब्दील गांव सवैया में राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष बाबू लाल टुडू का घर भी है.
केला, आलू की फसल को क्षति
बाढ़ की वजह से आलू,धान एवं केला के किसानों को भारी क्षति पहुंची है. सैकड़ों एकड़ में लगी आलू की फसल पूरी तरह बरबाद हो चुकी है. प्रखंड के प्रगतिशील किसान सुनील कुमार सिंह, भाजपा संगठन मंत्री प्रशांत कुमार सिंह, बिहार किसान मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष शंभू मंडल ने बताया कि समदा पारसमनी, चिकनी, डुमरिया, दमैली, नीरपुर, चंदरही क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने आलू लगाने का काम किया था जो बाढ़ की भेंट चढ़ गया है.