अमौरः अमौर रेफरल अस्पताल में दिन के 10 बजे तक ओपीडी में एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे. इस कारण रोगियों के परिजनों ने हॉस्पिटल में हंगामा किया. हंगामा को देखते हुए पुरजा काट रहे स्टाफ तालाबंद कर फरार हो गये. रोगी के परिजनों ने व्यवस्था पर काफी आक्रोश जताया.
हो हंगामा होते देख अस्पताल के कर्मियों ने प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ आर एन एस रमण से बात की. 11.30 बजे आयुष डॉक्टर महफजरूर रहमान को भेजा. इसके बाद उन्होंने रोगियों की जांच शुरू की. परसराई गांव के इसलाम ने बताया कि नौ बजे पुरजी कटा कर पैर के सूजन का इलाज कराने आये हैं, लेकिन 11.30 बजे दर-दर का ठोकर खा रहे हैं, देखने वाला डॉक्टर नहीं है. पोचका निवासी महमूद अपनी पुत्री निशा को सर्दी खांसी का इलाज कराने के लिए हॉस्पिटल आया लेकिन अभी तक डॉक्टर नहीं मिला. अस्पताल के कर्मचारी नीतीश कुमार ने बताया कि ओपीडी डयूटी में डॉ बफा जफर, डॉ के पी चौधरी है लेकिन दोनों डॉक्टर अनुपस्थित हैं. प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ रमण एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक तथा डीसीएम ट्रेनिंग के लिए पूर्णिया गये हैं.
अस्पताल में कुल छह डॉक्टर पदस्थापित हैं जिनमें प्रभारी डॉ आर एन एस रमण, डॉ बी के ठाकुर, डॉ के पी चौधरी, डॉ बफा जफर, डॉ ए हसन, डॉ बर्कतुल्लाह हैं. 11.50 बजे इमरजेंसी सेवा बंद था. अस्पताल में भरती डिलेवरी महिलाओं सहदमा बेगम ग्राम खरैया, लाली प्रवीण, ग्राम खरैया, पिंकी ग्राम मेत्र गुलसरी ग्राम बड़ा लाल टोली ने बताया कि उनलोगों को रात में ही डिलेवरी हो चुकी है. डिलेवरी के दौरान लगने वाली सूई अस्पताल में नहीं मिली, जिसके कारण बाजार से खरीदना पड़ा. रात में आउट सोर्सिग द्वारा सभी डिलेवरी महिलाओं को चावल और दाल दिया गया तथा 11 बजे दिन में चार छोटा बिस्कुट एक अंडा और एक केला दिया गया. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा प्रभारी से बात करने की कोशिश की तो संपर्क नहीं हो सकी.