पूर्णिया: नये डीइओ मो मनसूर आलम ने मंगलवार को अपना योगदान दिया. वे जिले के 39 वें डीइओ होंगे. इसके पूर्व वे मुंगेर में डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान के पद पर कार्यरत थे. डीइओ मो आलम ने पूर्णिया पहुंच कर सर्वप्रथम जिलाधिकारी के समक्ष अपना योगदान दिया. उसके बाद आरडीडीइ कार्यालय पहुंचे और आरडीडीइ डा चंद्र प्रकाश झा से शिष्टाचार मुलाकात कर उन्हें योगदान की सूचना दी.
इसके बाद वे डीइओ कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने डीपीओ और पीओ के अलावा कार्यालय के कर्मियों से परिचय प्राप्त किया. डीइओ कार्यालय में सभी डीपीओ, पीओ और कर्मियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इस मौके पर डीइओ मो मनसूर आलम ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा में गुणात्मक विकास और आम लोगों तक शिक्षा की पहुंच को सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता होगी. स्कूली योजनाओं का लाभ पूरी तरह बच्चों को मिले. इसके लिए भी उनका पूरा प्रयास होगा. उन्होंने बताया कि मुंगेर में डीपीओ एसएसए के पद पर रहते हुए पूरे जिले के मिडिल स्कूल तक के विद्यालयों में एक समान वर्ग रूटीन को लागू किया. पूरे महीने के लिए पाठ्यक्रम निर्धारित किया गया. उनका प्रयास होगा पूर्णिया में भी इसे लागू करने का. इस मौके पर डीपीओ स्थापना मिथिलेश प्रसाद, डीपीओ योजना-लेखा रतीश कुमार झा, डीपीओ एसएसए विजय कुमार झा, कार्यक्रम पदाधिकारी रामाधार शर्मा, कार्यालय के कर्मी आदि मौजूद थे.
डीइओ मो आलम ने 26 जून 1987 को चाईबासा(झारखंड) के जिला स्कूल में शिक्षक की नौकरी से अपने सरकारी सेवा की शुरुआत की. उसके बाद 2005 से अक्तूबर 14 तक जिला स्कूल मुंगेर में शिक्षक रहे. नवंबर में मुंगेर में ही डीपीओ एसएसए के पद पर पदस्थापित हुए. विदित हो कि पूर्णिया के निर्वतमान डीइओ मो हारूण सुपौल में अवकाश रक्षित पदाधिकारी के पद पर पदस्थापित किये गये हैं.