डगरूआ: प्रखंड क्षेत्र स्थित अबुल कलाम उच्च विद्यालय इचालो में एमएसडीपी योजना अंतर्गत भवन जजर्र स्थिति में पहुंच चुका है. उक्त भवन के निर्माण कार्य की प्राक्कलित राशि 22 लाख रुपये की है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक तबारक हुसैन ने बताया कि भवन निर्माण में पूर्णत: अनियमितता बरती गयी है, जिससे भवन निर्माण कार्य की गुणवत्ता प्रभावित हुई है. चार कमरे के भवन में वर्ग कक्ष का संचालन अब तक नहीं किया जा रहा है. कमरे में ब्लैक बोर्ड भी नहीं लगवाया है. बारिश होने के बाद कमरे में चार से छह इंच पानी जमा हो जाता है.
प्रधानाध्यापक ने बताया कि कमरे की दीवार जगह जगह टूट कर जजर्र हो चुकी है. अल्पसंख्यक छात्र छात्रओं के लिए बनाये गये भवन में निर्माण के समय गुणवत्ता का कोई ख्याल नहीं रखा गया, जबकि विद्यालय में अल्पसंख्यक बच्चों की तादाद सैकड़ों की संख्या में है. कमरे की गुणवत्ता के संदर्भ में विद्यालय के प्रधान ने जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ हुई बैठक में भी चर्चा की थी, लेकिन अब तक इस पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गयी. स्थानीय लोगों का भी मानना है कि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा निर्मित भवन का उपयोग नहीं होने के कारण पिछले कई महीनों से बंद पड़ा हुआ है. इस ओर विभाग तौर पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है. इधर, अबुल कलाम उच्च विद्यालय इचालो के परिसर में निर्मित छात्रवास भवन में दीवार के प्लास्टर जहां जगह जगह टूट कर गिर चुके हैं. कमरे में लगे दरवाजे व चौखट भी टूट पड़े हैं. प्रधानाध्यापक व छात्रवास के बच्चों ने बताया कि भवन निर्माण कार्य आनन फानन में पूरा किया गया. जिसमें गुणवत्ता की कमी स्पष्ट दिख रही है. छात्रवास में लगे वाटर सप्लाई टैंक एवं पाइप लगाने के कुछ दिनों बाद ही टूट गया. साथ ही शौचालय व स्नान घर में लगे नल पाइप आदि भी टूट कर गुणवत्ता हीन कार्य की स्थिति बयां करने के लिए काफी है.