सरसी (पूर्णिया): कुरसेला-फारबिसगंज एसएच 77 पर सरसी थाना क्षेत्र के चंपावती पंचायत के इमली टोला वार्ड नंबर 13 में ट्रक से कुचल कर एक दस वर्षीया बच्ची की मौत हो गयी. आक्रोशित ग्रामीणों ने कुरसेला-फारबिसगंज एसएच को जाम कर दिया तथा प्रशासन के विरोध में घंटों नारेबाजी की.
दरवाजे पर खड़ी बहन का कर रही थी इंतजार : ग्रामीण सुलोचना देवी ने बताया कि सीता अपने दरवाजे पर खड़ी होकर बहन का इंतजार कर रही थी. इसी बीच कुरसेला की ओर से सरसी जा रहा एक गिट्टी लोडेड ट्रक ने सामने की ट्रक को ओवरटेक करने के दौरान दरवाजे पर खड़ी बच्ची को अपनी चपेट में ले लिया.
घटनास्थल पर ही बच्ची की मौत हो गयी. अपनी आंखों के सामने घटित घटना को देख सुलोचना देवी ने शोर मचाना शुरू किया. शोर सुन कर सड़क के आसपास खड़े अन्य ग्रामीणों ने खदेड़ कर कुछ ही दूरी पर स्थित एक ढाबा के पास ट्रक को पकड़ लिया. इस दौरान ट्रक चालक तथा खलासी ट्रक से कूद कर फरार हो गये. ग्रामीणों ने घटना की जानकारी सरसी थानाध्यक्ष को दी. सूचना पर सरसी थाना से पहुंचे अवर निरीक्षक मृत्युंजय कुमार तथा सहायक अवर निरीक्षक कालीचरण पासवान सदल बल घटना स्थल पर पहुंचे व ट्रक को जब्त कर लिया.
मुआवजे की मांग को लेकर किया सड़क जाम : सरकारी मुआवजा तथा ट्रक चालक पर कार्रवाई की मांग को ले कर ग्रामीण सड़क जाम कर अड़े रहे. सूचना के घंटों बाद धमदाहा बीडीओ नवल किशोर ठाकुर तथा चम्पावती पंचायत के मुखिया महेश्वर प्रसाद यादव 11.15 बजे घटना स्थल पर पहुंचे. मौके पर पहुंचे बीडीओ ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि बच्ची पुरैनी प्रखंड की रहनेवाली है, इसलिए यहां से किसी प्रकार का सरकारी लाभ उनकी ओर से दिया जाना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि सरकारी लाभ के लिए पुरैनी बीडीओ से बात की जायेगी. अधिकारी के आश्वासन से असंतुष्ट ग्रामीण दिन के एक बजे तक शव को सड़क पर रख सड़क जाम करते रहे. बाद में घटनास्थल पर पहुंचे बीडीओ नवल किशोर ठाकुर ने वहां मौजूद पुअनि मृत्युंजय कुमार को ट्रक जब्त करने का भी निर्देश दिया. जाम कर रहे लोगों को आश्वासन देकर जाम खत्म कराया.
10 दिन पूर्व आयी थी बहन के घर
सीता अपने बहन के यहां दस दिन पूर्व आयी थी. मधेपुरा जिला के पुरैनी थाना क्षेत्र के डुमरैल गांव निवासी नरेश पोद्दार की पुत्री संजना देवी की शादी इमली टोला में हुई है. सीता दस दिन पूर्व ही अपनी बड़ी बहन संजना पति सज्जन पोद्दार के यहां आयी हुई थी. मृत बच्ची के बहनोई सज्जन पोद्दार ने बताया कि नया साल मनाने के लिए हमलोगों ने उसे रोक लिया था. एक जनवरी की सुबह सीता अपने घर डुमरैल जानेवाली थी. सीता के लिए नये कपड़े आदि सब मंगा लिया गया था. नव वर्ष यहां मना कर अपने घर जाती परंतु एक जनवरी की सुबह अनियंत्रित ट्रक की शिकार हो गयी. सीता अपने पांच भाई बहनों में चौथे नंबर पर थी. घटना के बाद मृतक की बहन संजना देवी तथा बहनोई सज्जन पोद्दार का रो-रो कर बुरा हाल था.