पूर्णिया: सीमांचल व भागलपुर आसपास के ज्यादा से ज्यादा बच्चे आइआइटी में सफल हो उसके लिए 12वीं में अंक प्रतिशत ज्यादा लाना अब अनिवार्य हो गया है, क्योंकि अब आइआइटी का रिजल्ट में बोर्ड का अंक भी जोड़ कर तैयार किया जाता है. उक्त बातें एंबीशन के निदेशक अमित सिन्हा ने कही. उन्होंने कहा है कि एंबीशन ने आज से बोर्ड पैटर्न पर टेस्ट सीरीज की शुरुआत की है.
इसके अंतर्गत तीन पार्ट टेस्ट और दो फुल टेस्ट लिए जायेंगे व इसका डब्ट क्लियरिंग क्लास भी कराया जायेगा. उन्होंने कहा है कि सबसे बड़ी बात है कि ये ओपेन टू ऑल रखा गया है अर्थात सबों के लिए, जो बच्चे दूसरे जगहों से भी पढ़ाई किये हैं लेकिन एंबीशन ये टेस्ट सीरीज उनको भी मुफ्त में उपलब्ध करा रहा है क्योंकि अपने इलाके के ज्यादा से ज्यादा बच्चों को आइआइटी में देखने की है. इसलिए इसे फ्री ऑफ कॉस्ट अपने पूरे इलाके के बच्चों के लिए रखा गया है जो बच्चे परीक्षा नहीं दे सके वो काउंटर से आकर प्रश्नपत्र की कॉपी मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा है कि मेडिकल एवं इंजीनियरिंग के पैटर्न पर भी टेस्ट सीरीज 25 दिसंबर से शुरू की जा रही है.
उन्होंने कहा है कि पढ़ाई अब पूरी हो चुकी है, अब जरूरत है अभ्यास की. बच्चे जितना टेस्ट देंगे उनका टाइम मैनेजमेंट उतना ही सही होगा और अपने इलाके के ज्यादा से ज्यादा बच्चे इन टेस्ट सीरीज की वजहों से देश के प्रतिष्ठित मेडिकल एवं इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला प्राप्त कर पायेंगे. उन्होंने यहां के माता-पिता से अपील की है कि यहां हमने वो सारी व्यवस्था मुहैया करा दी है जो बच्चों को कंपीटिशन क्वालिटी करने में जरूरत है. विद्वान शिक्षक, परीक्षा पद्धति, स्टडी मेटेरियल, टेस्ट सीरीज और इन सबके अलावा कड़ा अनुशासन जो इस उम्र के बच्चों के लिए बहुत जरूरी है ताकि हमारे इलाके के बच्चे भटकाव से बचे और राष्ट्रीय स्तर पर अपने इलाके का नाम रौशन करेंगे.