पूर्णिया : पश्चिम बंगाल के जालपाईगुड़ी में वाहन चोर गिरोह का बड़ा नेटवर्क चलता है. यह गिरोह न सिर्फ चौपहिया वाहन का लुक बदल देता है बल्कि फर्जी कागजात भी उपलब्ध करा देते हैं
इस संबंध में विशेष जानकारी देते हुए पूर्णिया सदर के पुलिस इंस्पेक्टर शिव ध्वजा राम ने बताया कि पॉलिटेक्निक चौक से चोरी गयी सफारी के सिलसिले में एक सप्ताह पूर्व गिरफ्तार चंदन यादव ने अपनी स्वीकारोक्ति बयान में कबूल किया है. इंस्पेक्टर श्री राम ने बताया कि चंदन ने कबूल किया है कि माटीगारा का ओमप्रकाश बारी वाहन चोर गिरोह का मुख्य सरगना है. उनके गिरोह में सिलीगुड़ी में आनंद किशोर महतो कृष्णानंद तिवारी, संतोष जायसवाल, अब्दुल रजा उर्फ रवि, पिंटू दत्ता और उमेश महतो तथा राजस्थान के प्रमोद चौधरी प्रमुख रूप से शामिल हैं. उनके गिरोह के सदस्य चोरी गयी वाहनों का कलर पेंट चेंज कर लुक ही बदल देते हैं.
गिरोह में कुछ सदस्य इंजन एवं चेचिस पर पंचिंग कर नया नंबर डाल देते हैं. कुछ सदस्य गाड़ी के फर्जी कागजात बनवाने के एक्सपर्ट हैं. चोरी गयी गाड़ी का कागजात बनने तक काम पूरा हो जाने पर गिरोह का दूसरा विंग ग्राहक खोज कर लाता है और बेच दिया जाता है. इस क्रम में हर जगह कमीशन का खेल होता है. उन्होंने कबूल किया है कि अब तक तीन दर्जन वाहनों की चोरी की घटना को अपने गिरोह के साथ उसने अंजाम दिया है.
पूर्णिया से गाड़ी चोरी करने के पहले उसे पंकज श्रीवास्तव और दीपक दास ने हरी झंडी दी थी. उसने कबूल किया है कि उसके गिरोह में बिहार, बंगाल और नेपाल से गाड़ी उड़ायी जाती है और राजस्थान के तरफ के ग्राहक के हाथों बेच दिया जाता है.