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दक्षता परीक्षा में तीन बार फेल 1535 शिक्षक हटाये जायेंगे
कसा शिकंजा : 2735 शिक्षकों में 1200 को मिली है सफलता पटना : दक्षता परीक्षा में तीन बार फेल हो गये शिक्षकों को उनकी सेवा से हटाया जायेगा. शिक्षा विभाग ऐसे शिक्षकों को हटाने की तैयारी कर रहा है. 2016 में प्रारंभिक स्कूलों के शिक्षकों के हुए दक्षता परीक्षा में 1535 शिक्षक ऐसे हैं जो […]
कसा शिकंजा : 2735 शिक्षकों में 1200 को मिली है सफलता
पटना : दक्षता परीक्षा में तीन बार फेल हो गये शिक्षकों को उनकी सेवा से हटाया जायेगा. शिक्षा विभाग ऐसे शिक्षकों को हटाने की तैयारी कर रहा है. 2016 में प्रारंभिक स्कूलों के शिक्षकों के हुए दक्षता परीक्षा में 1535 शिक्षक ऐसे हैं जो तीन बार दक्षता परीक्षा देने के बाद भी पास नहीं कर सके हैं.
शिक्षा विभाग ने नियमावली में संशोधन कर दो बार फेल ऐसे 2735 शिक्षकों को पास करने के लिए एक मौका दिया था. इनमें से 1200 शिक्षक दक्षता परीक्षा में पास कर गये हैं. दक्षता परीक्षा में पास कर गये शिक्षक जहां सेवा में बने रहेंगे, वहीं, जो फेल कर गये हैं उन्हें सेवा से हटा दिया जायेगा.
शिक्षा विभाग का स्पष्ट कहना है कि है कि जब सरकार ने सभी संगठनों और शिक्षकों की मांग पर दक्षता परीक्षा में दो बार फेल शिक्षकों को एक बार अौर मौका देने का निर्णय लिया था. ऐसे में जो शिक्षक तीसरी बार भी दक्षता परीक्षा में फेल हुए होंगे, उन्हें हटा दिया जायेगा. विभागीय अधिकारियों की माने तो नियमावली में ऐसे शिक्षकों को हटाने का जिक्र है और उन्हें हटाया जायेगा. इस पर जिला अपने स्तर पर भी कार्रवाई करने को स्वतंत्र है.
भोजपुर, जमुई, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सुपौल व कटिहार के डीपीओ सस्पेंड
पटना. प्रदेश के छह जिलों के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आरएमएसए) को निलंबित कर दिया गया है. शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी ने भोजपुर, जमुई, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सुपौल और कटिहार के डीपीओ (आरएमएसए) को निलंबित करने के प्रस्ताव पर अपनी मंजूरी दे दी है.
इन सभी डीपीओ पर अपने काम में शिथिलता बरतने का आरोप है. इससे पहले इन छह जिलों समेत अन्य कुछ जिलों के डीपीओ का वेतन भी रोका गया था. बावजूद इसके डीपीओ राज्य के हाइ व प्लस टू स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का स्टूडेंट प्रोफाइल यू डाइस में अपलोड करने के लिए चार एजेंसी को नियुक्त किया गया है. इसका काम पिछले महीने से ही बांटे गये हैं और उसका काम भी चल रहा है, लेकिन यह संतोषप्रद नहीं है. यू डाइस रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के हाइ व प्लस टू स्कूल में 43.5 लाख छात्र-छात्राएं नामांकित हैं, लेकिन अब तक 28.37 लाख का प्रोफाइल डिटेल एजेंसी को भेजा जा सका है.
शिक्षा विभाग ने पिछले महीने जिलों की समीक्षा में प्रगति नहीं होने कारण डीपीओ के वेतन भुगतान पर रोक लगायी थी. इसके बाद भी भोजपुर, जमुई, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सुपौल व कटिहार में काम की प्रगति शून्य है. इस काम में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की ओर से लापरवाही बरती गयी है. ऐसे में जो भी डीपीओ हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जायेगा. \
डीइओ भी सस्पेंड : सुपौल के जिला शिक्षा पदाधिकारी मो हारूल के घूस लेते हुए निगरानी के हत्थे चढ़ने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है. उनकी जगह सुपौल के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अमर भूषण को डीइओ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
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