पटना : बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसइबी) ने मंगलवार को इंटर साइंस, इंटर साइंस कॉमर्स और इंटर आर्ट्स और वोकेशनल का रिजल्टएकसाथ घोषित कर दिया है. इस बार इंटर साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स तीनों संकाय के रिजल्ट में गिरावट दर्ज हुई है. इंटर साइंस में जहां करीब 30 फीसदी परीक्षार्थी ही सफल हो पाए हैं,वहीं आर्ट्स में 37 फीसदी और कॉमर्स में 73.76 फीसदी छात्र ही उत्तीर्ण हुए हैं.बतादें कि वर्ष 2016 में साइंस में 66.16 फीसदी, आर्ट्स में 55.62 फीसदी और कॉमर्स में 79.37 फीसदी छात्र सफल हुए थे.
फेल और पास होने वाले छात्रों के आंकड़े-
विषय : कॉमर्स
– कुल 60022 छात्रपरीक्षा में हुए शामिल
– पास हुए 43816
विषय : साइंस
– कुल 646231 छात्र परीक्षा में हुएशामिल
– पास हुए 193869
विषय : आर्ट्स
– कुल 533915 छात्रपरीक्षा में हुए शामिल
– पास हुए 197548
कुल छात्र- 12,40,168 छात्र
पास हुए- 4,35,233 छात्र
कुल पास प्रतिशत है- 35 फीसदी
परिणाम जानने के बाद अधिकांश परीक्षार्थियों के आंखों से निकले आंसू
इंटर साइंस संकाय में इक्के दुक्के को ही मिला फर्स्ट डिविजन, सेकंड व थर्ड डिवीजन से फेल होने वाले परीक्षार्थियों की संख्या ज्यादा रही है. परीक्षा के बाद रिजल्ट पाने की उम्मीद में बैठे परीक्षार्थियों को मंगलवार को इंटर का जो रिजल्ट प्राप्त हुआ, वह किसी सदमे से कम नहीं था. हर कोई बेहतर रिजल्ट की उम्मीद के साथ नेट पर रिजल्ट तलाशते नजर आये. मगर अधिकांश के हिस्सों में निराशा ही हाथ लगी और रिजल्ट देखकर परीक्षार्थी के होश उड़ गये.
सफल होने वाले परीक्षार्थियों की तुलना में असफल होने वाले परीक्षार्थियों का प्रतिशत कहीं ज्यादा रहा. बहुत कम के हिस्से में खीशी नसीब हो सकी और अधिकांश को अपने रिजल्ट से निराश होना पड़ा. खराब रिजल्ट आने से परीक्षार्थियों समेत अभिभावकों में मायूसी देखी गयी. रिजल्ट पाने के बाद परीक्षार्थियों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे.
खराब रिजल्ट पर छात्रों ने किया सड़क जाम
बांका में छात्रों ने इंटरमीडिएट का रिजल्ट काफी खराब होने की वजह से अमरपुर बांका मुख्य पथ को बस स्टैंड के पास जाम कर दिया. जाम करीब एक घंटे तक रहा. बताया जाता है कि यहां के राजापुर गांव से 55 छात्रों ने परीक्षा दी थी, सभी फेल हो गये. कॉलेज कर्मियों ने भी स्वीकार किया कि कॉलेज का रिजल्ट खराब हुआ है. जाम की सूचना मिलने पर पुलिसमौके पर पंहुची और दोबारा कॉपी जांच करवाने का आश्वासन देकर जाम तुड़वाया.
खराब रिजल्ट पर केंद्रीय मंत्री ने बिहार सरकार को दी ये नसीहत
बिहारइंटरमीडिएट के खराब रिजल्ट पर केंद्रीय राज्य मंत्री एवं रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां सभी राज्यों के बोर्ड के अच्छे नतीजे आ रहे है. वहीं, बिहार इंटर के रिजल्ट से यह पता चलता है कि यहां शिक्षा व्यवस्था चौपट है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि राज्य सरकार को अपनी कमी को स्वीकार करनी चाहिए. कमी स्वीकार कर ही इसमें सुधार किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कदाचार मुक्त परीक्षा के बाद भी पास प्रतिशत दूसरे राज्यों की तरह होना चाहिए. उन्होंने राज्य सरकार को गलती स्वीकार करने की नसीहत दी है.
1996में पास हुए थे मात्र 11 फीसद परीक्षार्थी
इतिहास केअाइने में जाकर देखें तो वर्ष 1996 में इससे भी खराब रिजल्ट आया था. जब केवल 10.58 फीसद ही परीक्षार्थी पास हुए थे. उसदौरान हाईकोर्ट की निगरानी में परीक्षा ली गयीथी और 84 फीसद रिजल्ट गिर गया था. जबकि 1995 में इंटर साइंस में 94.5 फीसद परीक्षार्थी पास हुए थे. वहीं, 1996 में केवल 10.58 फीसद ही सफल हुए. 1997 में रिजल्ट 43.60 फीसद था. वहीं 1996 में कॉमर्स के रिजल्ट में 56 फीसद की गिरावट दर्ज की गयी थी और परिणाम 39.90 फीसद पर सिमट गया था. वहीं 1995 में इस विषय में 95.18 फीसद परीक्षार्थी पास हुए थे. 1997 में 70 फीसद रिजल्ट रहा. इस साल आर्ट्स का रिजल्ट बोर्ड के इतिहास में सबसे बुरा है. 1996 में भी 64.15 फीसद बच्चे आर्ट्स में पास हुए थे.
जुलाई में आयोजित कीजायेगी कंपार्टमेंटल परीक्षा
बीएसइबी द्वारा जारी इंटरमीडिएट की परीक्षा में इस बार रिकार्ड छात्र फेल हुए हैं. फेल छात्रों के लिए कंपार्टमेंटल परीक्षा जुलाई में आयोजित की जायेगी. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने कहा कि रिजल्ट में गिरावट का अध्ययन किया जाएगा. कंपार्टमेंटल परीक्षा जुलाई के प्रथम सप्ताह में आयोजित की जाएगी.
ये रहे टॉपर्स:
– साइंस : खुशबू कुमारी (सिमुलतला आवासीय विद्यालय, जमुई)
– कॉमर्स : प्रियांशु जायसवाल (कॉलेज ऑफ कॉमर्स, पटना)
– आर्ट्स : गणेश (राजकीय आर एन एस उत्क्रमित मध्य विद्यालय, चकारी, समस्तीपुर)
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