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परीक्षा प्रणाली ही बनी लीक का आधार
नीट परीक्षा होने से पहले सेटर ने किया कई केंद्राधीक्षकों से संपर्क पटना : प्रतियोगी परीक्षा को लेकर सीबीएसइ प्रणाली की पूरी जानकारी रखना और फिर प्रश्नपत्र लीक करने की योजना बनाना, कुछ इसी पर चलता है सेटिंग का पूरा खेल. नीट को लेकर भी कुछ ऐसा ही किया गया था. कितने बजे कहां पर […]
नीट परीक्षा होने से पहले सेटर ने किया कई केंद्राधीक्षकों से संपर्क
पटना : प्रतियोगी परीक्षा को लेकर सीबीएसइ प्रणाली की पूरी जानकारी रखना और फिर प्रश्नपत्र लीक करने की योजना बनाना, कुछ इसी पर चलता है सेटिंग का पूरा खेल. नीट को लेकर भी कुछ ऐसा ही किया गया था. कितने बजे कहां पर प्रश्नपत्र मिलेगा. प्रश्नपत्र लेने को स्कूल से कौन जायेगा. गाड़ी का कहां से और कैसे इंतजाम होगा, परीक्षा का सिस्टम क्या है.
ये सारा कुछ जानने के बाद सेटर योजना बनाते हैं. पुलिस के सामने कुछ ऐसा ही बयान शिव कुमार और अविनाश चंद्रा ने दिये हैं. पुलिस को दिये गये बयान में शिव कुमार ने बताया है कि सीबीएसइ की पूरी परीक्षा प्रणाली की जानकारी उन्हें पहले से होती है. उस सिस्टम में ही सेंध मार कर सेटिंग करवायी जाती है. क्राइस्ट चर्च के अलावा नीट में दूसरे केंद्रों को भी निशाना बनाया गया था. हर केंद्र पर सेटर अलग-अलग थे और सेटिंग की याेजना भी अलग-अलग बनायी गयी थी.
नीट सुबह दस से एक बजे तक होना था. इसके लिए तमाम केंद्रों को सुबह छह बजे प्रश्नपत्र लेने को बुलाया गया था. प्रश्नपत्र लेने से पहले तमाम केंद्राधीक्षकों को परीक्षा कोर्डिनेटर के पास जाकर रिपोर्ट करनी थी. कोर्डिनेटर से बैंक और बैंक से स्कूल के बीच के समय का पूरा फायदा सेटर ने उठाया. क्राइस्ट चर्च स्कूल के केंद्राधीक्षक अविनाश ने पुलिस को बताया कि केंद्रीय विद्यालय, कंकड़बाग की कोर्डिनेटर ज्योति शर्मा थी. ज्योति शर्मा रिपोर्ट देने के बाद बाहर आयी. गाड़ी में पहले से ही बाॅक्स से प्रश्नपत्र निकालने के पूरे इंतजाम कर लिये गये थे.
परीक्षा प्रणाली पर लगा प्रश्नचिह्न
केंद्राधीक्षकों की सूची नहीं होती जांच
नियम के अनुसार केंद्राधीक्षक स्कूल के प्राचार्य बनेंगे. लेकिन, प्राचार्य अपनी मरजी से जिसे चाहे केंद्राधीक्षक बना देते हैं
स्कूल की अपनी कोई गाड़ी नहीं होती है. भाड़े की गाड़ी पर प्रश्नपत्र लाने जैसे विश्वसनीय काम किये जाते हैं
परीक्षा शुरू होने के चार घंटे पहले प्रश्नपत्र दे दिये जाते हैं. इन चार घंटे में प्रश्नपत्र की जिम्मेवारी पूरी तरह से केंद्राधीक्षक की होती है.
क्षेत्रीय कार्यालयों का काम केवल बोर्ड परीक्षा लेना है. इसके अलावा जो भी परीक्षाएं होती है, उसकी पूरी जिम्मेवारी और व्यवस्था सीबीएसइ, दिल्ली से की जाती है. इस कारण हमें इस संबंध में कुछ पता नहीं हाेता है. कौन केंद्र बनेगा और कहां कौन केंद्राधीक्षक हाेंगे, इसकी पूरी व्यवस्था सीबीएसइ, दिल्ली से होती है.
लखन लाल मीणा, क्षेत्रीय निदेशक, सीबीएसइ, पटना
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