Advertisement
कंप्यूटर खरीद व मेंटेनेंस में बड़े स्तर पर हुई गड़बड़ी
चुनाव विभाग में चार साल पहले हुई थी कंप्यूटर सर्वर की खरीद, अब मेंटेनेंस करने से कंपनी ने किया मना पूरा मामला सामने आने के बाद बेल्ट्राॅन करने जा रहा सप्लाइ करने वाले इस वेंडर पर एफआइआर पटना : विभागों में कंप्यूटर की खरीद और उनके मेंटेनेंस के नाम पर मोटा पैसा लेकर निजी आइटी […]
चुनाव विभाग में चार साल पहले हुई थी कंप्यूटर सर्वर की खरीद, अब मेंटेनेंस करने से कंपनी ने किया मना
पूरा मामला सामने आने के बाद बेल्ट्राॅन करने जा रहा सप्लाइ करने वाले इस वेंडर पर एफआइआर
पटना : विभागों में कंप्यूटर की खरीद और उनके मेंटेनेंस के नाम पर मोटा पैसा लेकर निजी आइटी कंपनियां या इन्हें सप्लाई करने वाले वेंडर सरकार के साथ धोखा कर रहे हैं. हाल में राज्य निर्वाचन विभाग में इससे जुड़ा एक मामला सामने आया है. इसके तहत चार साल पहले राज्य निर्वाचन विभाग में कंप्यूटर सर्वर की सप्लाई की गयी थी.
ये सारे सामान कंप्यूटर हार्डवेयर की एक बेहद जानी-मानी कंपनी का सामान पटना की इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड नामक एक स्थानीय वेंडर के माध्यम से सप्लाई की गयी थी. इसकी सभी प्रक्रियाएं बेल्ट्राॅन के माध्यम से ही पूरी की गयी थी. जिस स्थानीय वेंडर ने कंपनी का सामान सप्लाई की थी, उसने राज्य सरकारी की शर्तों अनुरूप ही संबंधित आइटी कंपनी के बदले इन सामान का चार साल तक मेंटेनेंस करने की जिम्मेवारी भी ली थी. इसके लिए अलग से लाखों का अतिरिक्त पेमेंट भी कंपनी को की गयी थी. इसे लेकर राज्य सरकार और कंपनी के बीच बकायदा एग्रीमेंट भी हुआ था.
परंतु जब कुछ दिनों पहले निर्वाचन विभाग का सर्वर खराब हो गया, तो संबंधित आइटी कंपनी से संपर्क किया गया और पूरी बात बताते हुए उसे इसका मेंटेनेंस करने के लिए कहा गया. इस पर कंपनी ने ऐसा करने से साफतौर पर मना करते हुए कहा कि उसे तो इस तरह के किसी एग्रीमेंट के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है. फिर बेल्ट्राॅन ने एग्रीमेंट लेटर समेत अन्य दस्तावेज दिखाये, तो कंपनी ने कहा कि उसे तो वेंडर ने चार साल तक मेंटेनेंस करने जैसी कोई बात ही नहीं बतायी थी. इसके बाद पूरे मामले की जांच की गयी, तो पता चला कि वेंडर ने बीच में अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में राज्य सरकार से एग्रीमेंट तो कर लिया, लेकिन इसकी जानकारी अपनी कंपनी को दी ही नहीं. इसका खामियाजा राज्य सरकार और संबंधित विभाग को उठाना पड़ रहा है.
निर्वाचन का सर्वर ही बंद हो गया है और उसका सारा डाटा ही इसमें अटक गया है. बेहद महत्वपूर्ण डाटा अटकने के बाद विभाग के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है. इसके मद्देनजर अब बेल्ट्राॅन ने संबंधित वेंडर को सख्त हिदायत दी है कि वह पूरे मामले को स्पष्ट करे, लेकिन उसके तरफ से कोई प्रतिक्रिया ही नहीं दी जा रही है. इस वजह से अब बेल्ट्राॅन संबंधित वेंडर पर सख्त कार्रवाई करते हुए एफआइआर करने की तैयारी कर रहा है.जल्द ही इस मामले में धोखाधड़ी एवं जालसाजी का मुकदमा दर्ज करके सख्त कार्रवाई की जायेगी.
अन्य विभागों में भी हो रही ऐसे एग्रीमेंट की जांच
इस तरह की धांधली अन्य एग्रीमेंट में भी होने की पूरी संभावना जतायी जा रही है. सरकारी विभागों के साथ आइटी कंपनियों की तरफ से एग्रीमेंट में धोखाधड़ी करने का मामला सामने आने के बाद अब बेल्ट्राॅन ऐसे सभी एग्रीमेंट की जांच करने की तैयारी कर रहा है. चूकि बेल्ट्राॅन को ही राज्य में हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर समेत कंप्यूटर से जुड़े सभी सामान की सप्लाई करने के लिए अधिकृत किया गया है. इस तरह की सभी खरीद या टेंडर बेल्ट्राॅन के जरिये ही होता है. इस कारण से जिन अन्य विभागों में भी इस तरह के टेंडर हुए हैं और उनमें इस तरह के कंप्यूटर के सामान की सप्लाई किसी वेंडर के जरिये की गयी है. इन वेंडरों के साथ हुए एकरारनामों का क्रॉस वेरिफिकेशन किया जायेगा.
संबंधित कंपनी से इस बात की इंक्वायरी की जायेगी कि क्या जो बातें राज्य सरकार के एग्रीमेंट वाले दस्तावेज में लिखी गयी हैं, उन बातों की जानकारी हकीकत में संबंधित कंपनी को है या नहीं. अगर नहीं होगी, तो इस तरह की व्यापक धोखाधड़ी के खिलाफ सरकार एकसाथ सभी दोषी कंपनियों या वेंडरों पर कार्रवाई करेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement