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जहां सबसे कम वोटर, वहां मैदान में हैं सबसे ज्यादा उम्मीदवार
पटना : पटना नगर निगम के वार्ड नंबर 9 का चुनाव रोचक होगा. नगर निगम के सभी 75 वार्डों के मुकाबले वोटरों की संख्या भले ही यहां सबसे कम हो, लेकिन यहां सर्वाधिक उम्मीदवार चुनावी मैदान में होंगे. यहां वोटरों की संख्या महज 9 हजार है, जो सभी 75 वार्डों में सबसे कम है. इस […]
पटना : पटना नगर निगम के वार्ड नंबर 9 का चुनाव रोचक होगा. नगर निगम के सभी 75 वार्डों के मुकाबले वोटरों की संख्या भले ही यहां सबसे कम हो, लेकिन यहां सर्वाधिक उम्मीदवार चुनावी मैदान में होंगे. यहां वोटरों की संख्या महज 9 हजार है, जो सभी 75 वार्डों में सबसे कम है. इस वार्ड से कुल 30 उम्मीदवारों ने परचा भरा है. वार्ड नंबर 9 की गिनती वीआइपी वार्डों में की जाती है. इसके अंतर्गत विधानसभा, मुख्यमंत्री आवास, राजभवन, मंत्रियों के आवास व अन्य वीआइपी आवास आते हैं. इस वार्ड का आकर्षण यह है कि कुल 30 उम्मीदवारों में 12-15 उम्मीदवार दूसरे वार्ड के निवासी हैं और यहां से चुनाव लड़ रहे हैं.
यहां उम्मीदवार हैं सबसे ज्यादा
यह वार्ड गैर-आरक्षित है, बावजूद इसके यहां से सबसे अधिक उम्मीदवार अनुसूचित जाति से हैं. इनकी संख्या 11 है. इसके बाद अतिपिछड़ा वर्ग से आठ, पिछड़ा वर्ग से छह और सामान्य श्रेणी से कुल पांच उम्मीदवार मैदान में हैं. पिछले चुनाव तक यह आरक्षित वार्ड था, जिसे इस चुनाव से गैर-आरक्षित वार्डों में शामिल करलिया गया है.
29 पुरुष उम्मीदवारों के मुकाबले मैदान में सिर्फ एक महिला
वार्ड के 30 उम्मीदवारों में से 29 पुरुष हैं. इनके खिलाफ एक अकेली महिला आरती देवी चुनावी मैदान में लड़ेंगी. वे वर्तमान में वार्ड पार्षद भी हैं. वार्ड पार्षद बनने से पहले इनके पति स्व सुगंबर पासवान वार्ड पार्षद थे. आरती अनुसूचित जाति से हैं.
28 साल के आशुतोष सबसे युवा उम्मीदवार: वार्ड में सबसे युवा उम्मीदवार 28 साल के आशुतोष कुमार पंकज हैं. वहीं, सबसे अधिक उम्र के उम्मीदवार हैं ललितेश्वर चौधरी. इनकी उम्र 70 साल है. ज्यादातर उम्मीदवार 45 से 55 के बीच के हैं.
30 में 11 उम्मीदवार नॉन मैट्रिक
उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता की बात करें, तो यहां 30 में से 11 उम्मीदवार नॉन मैट्रिक हैं. वहीं, चार मैट्रिक पास, आठ इंटर पास, चार बीए पास और तीन एमए पास हैं. अधिकतर नॉन मैट्रिक उम्मीदवार अनुसूचित जाति से हैं. ऐसा माना जाता है कि इस वार्ड में अनुसूचित जाति के वोटरों का दबदबा रहता है.
लगायी जायेंगी दो इवीएम : 30 उम्मीदवार होने के चलते यहां चुनाव में दो इवीएम लगायी जायेंगी. एक इवीएम में 16 उम्मीदवार के नाम और चुनाव चिह्न होते हैं. इसलिए चुनाव आयोग यहां दो इवीएम लगायेगा. वहीं, कंट्रोल यूनिट एक ही रहेगा.
पटना : पटना जिले में नगर निकाय चुनाव में इस बार 1984 बूथों पर मतदान किये जायेंगे. 2012 में संपन्न हुए पिछले नगर निकाय चुनाव में बूथों की संख्या से इस बार 400 बूथ ज्यादा हैं.
जिला निर्वाचन शाखा द्वारा बूथों की संख्या तय हो गयी है. सभी बूथों का चयन कर भौतिक जांच हो गयी है और निर्वाचन आयोग का अनुमोदन होते ही अंतिम तौर पर मुहर लग जायेगी. पटना नगर निगम में 2012 में 1592 बूथ थे, जिसमें 1196 पटना में और 396 बाकी के नगर पर्षद और नगर पंचायत में थे. पटना नगर निगम में दीघा पूर्वी, पश्चिमी और मैनपुरा पंचायत जुड़ने से नये बूथों की संख्या 400 बढ़ी है.
इन 1984 बूथों को 730 भवनों में बनाया गया है. पटना जिले के 512 भवनों में 1533 बूथ बनाये गये हैं. दानापुर में 51 मकानों में 131 बूथ बनाये गये हैं. फुलवारी में 26, खगौल में 24, बाढ़ में 28, मोकामा में 26, मसौढ़ी में 24, बख्तियारपुर में 20 और मनेर के 19 भवनों में बूथों का निर्माण किया गया है.
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