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सीआइडी के एडीजी ने धान घोटाले की जांच पर की बैठक
पटना : धान घोटाले की जांच कर रही सीआइडी ने प्रमंडलीय स्तर पर इसकी गहन जांच करने को लेकर बैठक का दौर शुरू कर दिया है. इसी क्रम में एडीजी (सीआइडी) बिनय कुमार ने दरभंगा जोन के आइजी, डीआइजी समेत सभी एसपी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में जांच से जुड़े […]
पटना : धान घोटाले की जांच कर रही सीआइडी ने प्रमंडलीय स्तर पर इसकी गहन जांच करने को लेकर बैठक का दौर शुरू कर दिया है. इसी क्रम में एडीजी (सीआइडी) बिनय कुमार ने दरभंगा जोन के आइजी, डीआइजी समेत सभी एसपी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में जांच से जुड़े सभी पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया. धान घोटाले से जुड़े सभी मामलों की जांच कैसे और किन पहलुओं पर करनी है, इन तमाम बातों से जुड़ी विस्तृत निर्देश एडीजी ने दिये. धान और चावल से जुड़े उन सभी दस्तावेजों को जुटाने के लिए कहा, जो बेहद जरूरी हैं या किसी वजह से मिल नहीं रहे हैं.
इसके अलावा इसमें दोषी सभी करीब 354 मिलरों के बारे में विस्तृत जानकारी जमा करने के लिए कहा गया है. इसमें जो मिलर जिस क्षेत्र के हैं, उस क्षेत्र के आइजी या एसपी को इसका जिम्मा सौंपा गया है. ताकि उसके बारे में सभी जानकारी जुटायी जा सके. इन सभी 354 मिलरों पर एक करोड़ से ज्यादा और नौ करोड़ से कम के रुपये गबन करने का आरोप है. इनकी जांच होने के बाद दूसरे चरण में एक करोड़ से कम वाले आरोपी मिलरों की जांच की जायेगी. एडीजी ने इस मामले में सभी आरोपी मिलरों को दबोचने और इनसे सरकारी रुपये की उगाही करने के लिए पुख्ता इंतजाम करने की बात अधिकारियों से कही है. सीआइडी सभी स्तर के मिलरों से उनके पास बकाये रुपये की वसूली करने का काम करेगी.
इस मामले में जितने भी मिलर आरोपी पाये जायेंगे, उन्हें जेल भी भेजा जायेगा. जांच के दौरान सभी स्तर पर छानबीन की जा रही है. इसमें कई विभागीय कर्मचारी या पदाधिकारी की मिलीभगत का भी ठोस प्रमाण जुटाया जा रहा है, जिसके आधार पर ऐसे भ्रष्ट कर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा सके.
ऐसी बने नगर सरकार
जलजमाव की समस्या, सार्वजनिक ट्वायलेट का टोटा
नगर निगम चुनाव को लेकर प्रत्येक रविवार को प्रभात खबर प्रभात चौपाल का आयोजन कर रहा है. इस मुहिम के तहत इस बार वार्ड 44 के योगीपुर संप हाउस के समीप विद्यापुरी मुख्य मार्ग पर चौपाल लगा. इसके माध्यम से स्थानीय लोगों ने बड़ी बेबाकी से अपनी बातें रखीं. जुटे लोगों में कुछ ने पार्षद के काम को सराहा, तो कई लोगों ने नगर निगम के काम और उसकी लापरवाही की बातें सामने रखीं. चौपाल में सबसे बड़ी समस्या बादशाही पइन पर अतिक्रमण व पानी निकासी नहीं होने की बात सामने आयी. नालों की उड़ाही, वार्ड की सफाई, सड़क जाम और लहरिया कट बाइक को लेकर भी लोगों ने शिकायत की.
गौरतलब है कि प्रभात चौपाल का मुख्य उद्देश्य है कि लोग अपने वार्ड से लेकर पूरे शहर की समस्याओं व विकास की बातों को सामने रखें. इसके माध्यम से ऐसी नगर सरकार के गठन का प्रयास होगा, जो शहर को शानदार बना सके.
चौपाल में लोगों ने अपनी बात कई मुद्दों पर रखी, मगर सबसे पहले बादशाही पइन का मामले लोगों ने प्रमुखता के साथ उठाया. लोगों का कहना था कि बादशाही पइन के माध्यम से ही इस वार्ड का ड्रैनेज वाटर से लेकर रेन वाटर पुनपुन नदी में जाता है, लेकिन बीते कई वर्षों से बादशाही पइन ही लोगों की समस्या का कारण बना हुआ है. पइन पर कई वर्षों से भारी अतिक्रमण है.
बादशाही पइन में गाद भरा हुआ है. पइन की उड़ाही शहर के अन्य नालों की तरह नहीं की जाती. प्रत्येक बरसात में खेमनीचक से लेकर कई इलाकों में पानी भर जाता है. जानकारों का कहना था कि नाला सिंचाई विभाग का है. बीते वर्ष उड़ाही के लिए 27 लाख रुपये का टेंडर भी फाइनल हुआ था, लेकिन उड़ाही नहीं हो सकी. इसी कारण हर बारिश के मौसम में जलजमाव से परेशानी होती है.
चौपाल में आये बड़ी संख्या में लोगों ने कंकड़बाग स्थिति केंद्रीय विद्यालय के
पास अतिक्रमण को लेकर सवाल खड़े किये. लोगों का कहना था कि स्कूल
के आसपास झुग्गी-झोंपड़ी बनी हुई है, जो अवैध है. इस कारण आसपास के क्षेत्र में भारी गंदगी रहती है. आवासीय क्षेत्र के लोगों को दुर्गंध से परेशानी होती है. इसके
अलावा लोगों खासकर महिलाओं का कहना था कि कंकड़बाग की मुख्य सड़क और स्कूल व शिक्षण संस्थान के आसपास लहरिया कट बाइक वालों से हर वक्त डर लगा रहता है. लड़के बहुत तेज वाहन चलाते हैं. इससे दुर्घटना होने का खतरा बना
रहा है. पुलिस की ओर से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती. पुलिस प्रशासन को इस पर भी ध्यान देना होगा.नगर निगम ने हाल के दिनों में शहर के 55 वार्डों से डोर-टू-डोर कचरा उठाव का काम शुरू किया है. निगम का दावा है कि अब सभी वार्डों के घरों से कचरा कलेक्शन किया जा रहा है. लेकिन, लोगों ने कहा कि कचरा उठाव की शुरुआत एक माह पहले हुई है, मगर वार्ड में अब तक 50 फीसदी घरों से भी कचरा उठाव नहीं किया जाता. जो निजी एजेंसी काम कर रही है. उसके पास संसाधन नहीं हैं. कचरा वाला सिटी तो बजाता है, लेकिन घर के दरवाजे पर पहले से कचरा रखने पर ही कचरा का उठाव करता है. कई घरों को लोग छोड़ते हुए चल जाते हैं. लोगों का कहना था कि ऐसी व्यवस्था रही तो शहर में कचरा उठाव का काम पूरा नहीं किया जा सकता. जबकि पार्षद पति अजय यादव का कहना था कि व्यवस्था सुधर रही है.
इस वार्ड में पेयजल की भी समस्या है. इस वार्ड में दो पंप हाउस में हनुमान
नगर पंप हाउस चालू है. मगर एलआइसी कॉलोनी की बोरिंग बंद है. पांच समरसेबल पुरानी कंकड़बाग, दो मुन्ना चक, हनुमान नगर गांव में लगाया गया है, बावजूद पेयजल की समस्या होती है. इसके अलावा कंकड़बाग आॅटो स्टैंड या अन्य सार्वजनिक जगहों पर प्रसाधन की व्यवस्था नहीं होने पर भी लोगों ने सवाल उठाया. लोगों का कहना था कि पब्लिक प्लेस पर शौचालय व यूरिनल नहीं होने के कारण लोगों को खास कर महिलाओं को समस्या होती है. अगर कहीं एक-दो जगह प्रसाधन भी है, तो निगम की ओर से सफाई नहीं होने से लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता.
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