पटना : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन के कहा कि अब तक लालू प्रसाद और उनके परिवार की एक हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति सामने आ चुकी है. लालू प्रसाद को खुद अपनी और परिवार की संपत्ति पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए. राजद और जदयू के नेता संपत्ति बनाने में लगे हुए हैं. जनता व बिहार के विकास की चिंता छोड़ संपत्ति बनाने और दूसरे लाभ के कामों में लगे रहते हैं. इससे अब इन दोनों दलों से जनता का मोहभंग हो गया है. यही कारण है कि आम लोग अब खुद आगे आकर इनके नेताओं के भ्रष्टाचार और अघोषित संपत्ति की जानकारी हमें दे रहे हैं.
श्री रंजन ने कहा राजद के बाद अब जदयू नेताओं की बारी है. जदयू के कुछ नेताओं और बड़े चेहरों की संपति और बैंक अकाउंट की जानकारी हमें जल्द मिलने वाली है. जिन्हें शीघ्र ही बिहार की जनता के सामने लायेंगे. राजद और जदयू के नेताओं को शायद यह मालूम नहीं होगा की दस मई तक अपनी संपति और बैंक में रखे पैसों का खुलासा वह कर सकते हैं. इसमें कानून के प्रावधान के अनुसार उन्हें राहत भी मिलेगी. दस मई तक वह खुद आगे आकर अपनी संपत्ति की घोषणा कर दें क्योंकि उसके बाद काम ईडी और आयकर विभाग खुद करेगा.
रघुनाथ-कांति से किस एवज में ली जमीन: मंगल
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुनाथ झा और कांति देवी से लालू प्रसाद ने किस एवज में जमीन ली, इसके बारे में उन्हें बिहार की जनता को बताना चाहिए. इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी के पीछे कौन-सा राज छिपा है. उन्होंने कहा कि यह कैसा पुत्रवत स्नेह रहा कि दोनों केंद्रीय नेताओं ने अपनी जमीन–मकान उस वक्त नाबालिग रहे लालू प्रसाद के बच्चों को गिफ्ट कर दिये. दोनों नेताओं ने निश्चित रूप से मंत्री पद की प्राप्ति के लिए लालू प्रसाद के परिजनों को जमीन दी. अब लालू प्रसाद अपने प्रवक्ताओं के जरिये बिना सबूत और दस्तावेज के जवाब दिलवाकर इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं .