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राजकुमार शुक्ल के सम्मान को लेकर पदयात्रा जुलूस
पटना : जिन्होंने महात्मा गांधी को पहली बार चंपारण की धरती पर लाने का काम किया. वे आज भी उपेक्षा के शिकार है. ऐसे में चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह मना कर सरकार राजकुमार शुक्ल को उनके सम्मान से वंचित कर रही है. सोमवार को राजकुमार शुक्ल स्मृति मंच की ओर से उचित सम्मान हेतु मांगों […]
पटना : जिन्होंने महात्मा गांधी को पहली बार चंपारण की धरती पर लाने का काम किया. वे आज भी उपेक्षा के शिकार है. ऐसे में चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह मना कर सरकार राजकुमार शुक्ल को उनके सम्मान से वंचित कर रही है. सोमवार को राजकुमार शुक्ल स्मृति मंच की ओर से उचित सम्मान हेतु मांगों को लेकर पदयात्रा जुलूस निकाला गया. जुलूस पटना जंकशन होते हुए गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के पास समाप्त हुई. इसमें राजकुमार शुक्ल के नाती रविभूषण भट्ट ने राज्य और केंद्र सरकार से आग्रह किया कि चंपारण शताब्दी समारोह के अवसर पर राजकुमार शुक्ल के सम्मान में सरकार को पहल करना चाहिए. ताकि उनके मान-सम्मान और गरिमा बरकरार रहे.
शुक्ल जी के परपोता सागर और परपोती संगीता कुमारी ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह के अगुवा जिन्होंने महात्मा गांधी जी को पहली बार पटना से चंपारण की धरती पर लाने के काम किया और निलहों के खिलाफ आंदोलन चला कर हजारों किसानों को अंगरेजी हुकूमत से आजाद कराया. लेकिन, आज राजकुमार शुक्ल बिहार सरकार के कार्यक्रम से गायब हैं. ऐसे में चंपारण सत्याग्रह में शताब्दी समारोह मना कर हजारों किसानों और स्वतंत्रता सेनानियों के साथ अन्याय हुआ है.
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