पटना: जटिल बीमारियों की ब्रांडेड दवाओं पर शोध हो रहे हैं, कई ऐसी ब्रांडेंड दवाएं हैं, जो सस्ती दरों पर मिल रही हैं. जेनरिक और ब्रांडेड दवाओं के मूल्य में अगर कोई अंतर नहीं हैं, तो डॉक्टरों को वही दवा लिखनी चाहिए, जो सस्ती हों. यह कहना है पीएमसीएच हड्डी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ […]
पटना: जटिल बीमारियों की ब्रांडेड दवाओं पर शोध हो रहे हैं, कई ऐसी ब्रांडेंड दवाएं हैं, जो सस्ती दरों पर मिल रही हैं. जेनरिक और ब्रांडेड दवाओं के मूल्य में अगर कोई अंतर नहीं हैं, तो डॉक्टरों को वही दवा लिखनी चाहिए, जो सस्ती हों. यह कहना है पीएमसीएच हड्डी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राकेश चौधरी का. परंपरा फाउंडेशन की ओर से तारा मंडल स्थित सभागार में दो दिवसीय एक्सपो मेला का आयोजन किया गया.
फाउंडेशन के संस्थापक अशोक कुमार सिंह ने कहा कि दवाओं के नाम पर इन दिनों काफी ठगी हो रही है. ऐसे में मरीजों को चाहिए कि वे मान्यता प्राप्त दवा कंपनी का नाम देख कर ही दवा खरीदें. वहीं, हौज के संजय सिन्हा ने कहा कि मेगा एक्सपो में 35 से अधिक दवा कंपनियों ने हिस्सा लिया है. बिहार में मरीजों को दवाओं के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से यह से निर्णय लिया गया है.
कमलजीत सिंह ने कहा कि पटना में इस तरह का आयोजन पहली बार किया जा रहा है. इस मौके पर शिव कुमार ओझा, संजीव भाटिया, रजत कुमार आदि मौजूद थे.