Advertisement
इंटर परीक्षा : 2016 के प्रश्नों को वायरल कर पेपर लीक की फैलायी अफवाह
पटना : मंगलवार को पहले दिन पेपर लीक की अफवाह के बीच इंटरमीडिएट की परीक्षा हुई. पहली पाली की परीक्षा शुरू होने के घंटे भर बाद ही बायोलॉजी विषय के प्रश्नपत्र और आंसर वाट्सएप व फेसबुक पर वायरल हो गये. लेकिन, परीक्षा खत्म होने के बाद जब वायरल प्रश्नपत्र की सत्यता की जांच हुई, तो […]
पटना : मंगलवार को पहले दिन पेपर लीक की अफवाह के बीच इंटरमीडिएट की परीक्षा हुई. पहली पाली की परीक्षा शुरू होने के घंटे भर बाद ही बायोलॉजी विषय के प्रश्नपत्र और आंसर वाट्सएप व फेसबुक पर वायरल हो गये.
लेकिन, परीक्षा खत्म होने के बाद जब वायरल प्रश्नपत्र की सत्यता की जांच हुई, तो यह फर्जी निकला. वायरल प्रश्नपत्र पिछले साल का था. इधर, बिहार बोर्ड ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है. बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि ऐसी अफवाह फैलानेवालों की जांच की जा रही है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.पहले दिन प्रथम पाली में साइंस स्टीम के बायोलॉजी और कॉमर्स स्टीम के इंटरपेन्याेरशिप की परीक्षा थी. परीक्षा सुबह 9:45 बजे शुरू हुई.
इसके एक घंटा 15 मिनट बाद यानी 11 बजे 2016 की इंटर परीक्षा के प्रश्नपत्र के दीर्घ उत्तरीय प्रश्न संख्या 12, 13, 14 और 15 वाले पृष्ठ को वायरल कर बायोलॉजी का प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह फैलायी गयी. इसके अलावा वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर को डाल दिया गया. दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का तो मिलान 2016 की इंटर परीक्षा के बायोलॉजी के प्रश्नपत्र से किया गया.
लेकिन, वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का उत्तर पूरा-का-पूरा फेक निकला. जांच के बाद पता चला कि फर्जी प्रश्नपत्र किसी ने जानबूझ कर सिर्फ अफवाह फैलाने के लिये जारी कर दिया. तीन घंटे की परीक्षा के बाद सभी प्रश्नों का विस्तृत रूप से मिलान किया गया.
समस्तीपुर और अरवल से फैली अफवाह
बायोलॉजी के प्रश्नपत्र के उत्तर को सबसे पहले समस्तीपुर और अरवल जिलों से वायरल किया गया. इसके बाद लखीसराय और दूसरे कई जिलों से भी प्रश्नपत्र को वाट्सएप के माध्यम से बाहर पहुंचाया गया. वस्तुनिष्ठ प्रश्न 18 की संख्या में डाला गया है. वहीं, लघु उत्तरीय 15 प्रश्नों की सूची डाली गयी थी. एक भी लघु उत्तरीय प्रश्न 2016 की परीक्षा के बायोलॉजी के प्रश्नपत्र से नहीं मिला है. केवल चार दीर्घ उत्तरीय प्रश्न ही मिले, जो 2016 में पूछे गये थे.
पटना. प्रथम पाली में बायोलॉजी का फर्जी प्रश्नपत्र सोशल मीडिया में वायरल करने के आराेप में पटना और गया में अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पटना में जहां बिहार बोर्ड ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया गया है, वहीं गया में वहां डीएम ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. यह जानकारी बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आइएएस आनंद किशोर ने प्रेस काॅन्फ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि जिस तरह से फर्जी तरीके से सोशल मीडिया में 2016 के कुछ प्रश्नों को वायरल करके परीक्षार्थियों को गुमराह करने की कोशिश की गयी, एेस असामाजिक तत्वों को चिह्नित किया जा रहा है.
जल्द ही उन्हें पकड़ा जायेगा. उनके खिलाफी कठोर कार्रवाई की जायेगी. किसी को बख्शा नहीं जायेगा. प्रेस काॅन्फ्रेंस में बोर्ड के सचिव अनूप कुमार सिन्हा में मौजूद थे.
– परीक्षार्थी की सही से जांच नहीं करने पर केंद्राधीक्षक हुए निलंबित
प्रदेश भर के अलग-अलग जगहों पर कदाचार करने की कोशिश और उसे बढ़ावा देने के आरोप में संबंधित डीएम ने कार्रवाई की है. मधेपुरा में परीक्षा केंद्र पर 144 धारा में प्रवेश करने और कदाचार की कोशिश करने पर नौ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
वहीं, गोपालगंज में इंपोरियल हाइस्कूल के केंद्राधीक्षक रामविलास मांझी को हटा दिया गया है. दरभंगा के सीएम साइंस कॉलेज के केंद्राधीक्षक अमरेंद्र कुमार झा को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा सीएम साइंस कॉलेज और एमआरएम कॉलेज, दरभंगा परीक्षा केंद्र से तीन वीक्षकों को भी निलंबित किया गया है. केंद्राधीक्षक और तीन वीक्षकों पर परीक्षार्थियों की सही से जांच नहीं करने का आराेप है. इन केंद्राधीक्षक और वीक्षकों को बरखास्त करने की प्रक्रिया की जायेगी.
2016 व 2017 के प्रश्नपत्र अलग-अलग िडजाइन केअध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि 2016 और 2017 के प्रश्नपत्रों की डिजाइन में अंतर है. जिस प्रश्नपत्र को वायरल िकया गया था, उसमें विषय व विषय कोडिंग अंिकत थी. लेकिन 2017 के प्रश्नपत्र में ऊपर के हिस्से में कुछ भी अंकित नहीं है. वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के चार सेट के उत्तर वायरल किये गये थे, जबकि वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का एक ही सेट था.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement