Advertisement
किताबी ज्ञान से छात्रों का विकास संभव नहीं : एसडीओ
मसौढ़ी : समाज में शिक्षक को लोग भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिये है .लेकिन आज शिक्षक इस दर्जे को नहीं संभाल पा रहे है. स्कूलों में शिक्षक छात्रों को किताबी ज्ञान तो देते है, लेकिन उन्हें चरित्र रूपी ज्ञान नहीं दे पाते, जिससे छात्र आज दिमागी रूप से कमजोर है. कोई भी शिक्षण […]
मसौढ़ी : समाज में शिक्षक को लोग भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिये है .लेकिन आज शिक्षक इस दर्जे को नहीं संभाल पा रहे है. स्कूलों में शिक्षक छात्रों को किताबी ज्ञान तो देते है, लेकिन उन्हें चरित्र रूपी ज्ञान नहीं दे पाते, जिससे छात्र आज दिमागी रूप से कमजोर है.
कोई भी शिक्षण संस्थान अपने छात्रों को बेहतर शिक्षा और चरित्र रूपी ज्ञान तब तक बेहतर नहीं दे सकता, जब तक उसके संस्थान के प्रशासक, शिक्षक और छात्र इसके लिए एकाग्रचित नहीं हो पायेंगे.
इन तीन पहियों पर ही विशेष फोकस देने की जरूरत है. उक्त बातें भारतीय प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी आनंद शर्मा ने सोमवार को नदवां स्थित दून ग्लोबल स्कूल के स्थापना दिवस के मौके पर कही. उपस्थित छात्रों से उन्होंने कहा कि सवाल का जवाब देना उतना महत्वपूर्ण नहीं है, जितना सवाल पूछना. इस मौके पर स्कूल के निदेशक मनोज भारद्वाज, प्राचार्य आकाश कुमार, मुख्य पार्षद रजनीकांत कुमार, प्रमुख रमाकांत रंजन किशोर, साहित्यकार सिद्धेश्वर नाथ पांडेय ,रामप्रवेश शर्मा आदि मौजूद थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement