प्रभात खबर के सवाल पर कई अफसर भड़क गये. घटना को लेकर किसी तरह की तत्परता दिखाये जाने के सवाल पर प्रतिनियुक्त अफसरों में से कइयों ने कहा कि आपको यह पूछने का हक नहीं है, जो भी बताना होगा, हम सरकार को बतायेंगे. जनता के पैसे से आपको सैलरी मिलती है, डूब रहे लोगों को बचाने की क्या आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं है, इस पर कइयों ने कहा, ‘तो क्या हम डूब कर बचा लेते. कइयों ने फोन को बीच में ही काट दिया.’
गांधी घाट पर अफसरों ने नहीं दिखायी तत्परता
गांधी घाट पर तैनात अफसरों ने बताया कि नाव हादसे के बाद भीड़ काफी थी. नाव दुर्घटना की सूचना दे पाने में असमर्थ थे. कई ने तो फोन में नेटवर्क नहीं होने का दावा किया. किसी ने भी घटना की सूचना पाकर किसी तरह की आकस्मिक कदम उठाने की बात नहीं कहीं.
प्रभात खबर के सवाल पर किस अफसर ने क्या दी सफाई
दियारे में मुख्य स्थल पर तैनात अफसर
उमेश सिंह, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी
कार्यपालक अभियंता, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन, कार्य प्रमंडल-1
Q क्या आप ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी हां, मैं समारोह स्थल पर मौजूद था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A मुझे कोई सूचना नहीं मिली. घटना स्थल 1.5 किमी दूर था.
संजय कुमार सिंह, प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी
एएसआइ, कोतवाली थाना
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी हां, मैं समारोह स्थल पर था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर आपने क्या किया?
A सूचना नहीं थी. घटना स्थल 1.5 किमी दूर था. गांधी घाट आने पर पता चला.
दियारा मुख्य स्थल के पूरब में तैनात
अजय कुमार, शंकर सहाय, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी
कार्यपालक अभियंता, बिहार राज्य आवास बोर्ड डिवीजन-1
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी हां, तय स्थान पर ड्यूटी पर था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A नाव डूबने की कोई सूचना नहीं मिली. गांधी घाट 7.30 बजे पहुंचा, तब पता चला कि घटना घटी है. इसके बाद कुछ देर रुका, फिर घर चला आया.
चंद्रहाश कुमार, सहायक अभियंता
स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण, स्थानीय क्षेत्र संगठन कार्य प्रमंडल-1
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी उपस्थित था. जहां ड्यूटी लगी थी, वहीं था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A घटना स्थल की दूरी बहुत ज्यादा थी. नाव डूबने की कोई सूचना नहीं मिली. गांधी घाट देर शाम 7.30 बजे लौटा.
सविता कुमारी
कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा फुलवारीशरीफ
Q क्या ड्यूटी पर थे?
A जी हां, मंच के पूरब में ड्यूटी लगी थी.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A नाव डूबने जैसी कोई सूचना नहीं मिली थी. गांधी घाट देर शाम 7.30 बजे लौटी.
कृष्ण पासवान, प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी
एएसआइ, पाटलिपुत्र थाना
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी हां, मंच के पूरब तैनात था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A कोई सूचना नहीं मिली. गांधी घाट देर शाम 7.30 बजे लौटा. जब जाना, तब तक बचाव दल पहुंच चुके थे.
रघुवीर राम, एएसआइ
कोतवाली थाना
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी नहीं, मैं केस अनुसंधान के मामले में सीतामढ़ी में था. 11 जनवरी को ही सीतामढ़ी पहुंचा था. कंट्रोल रूम को सूचना दे दी थी कि मैं दियारा पर प्रतिनियुक्ति में नहीं जा सकता.
दियारा मुख्य स्थल के पश्चिम तैनात
अजीत कुमार यादव, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी
सहायक निदेशक, उद्यान, पटना
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी, तय स्थान पर उपस्थित था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A मेरी डीएम के साथ मीटिंग थी, 4 बजे से. मैं लौट आया था. शाम 4.30 से 5.30 बजे तक जिला सिंचाई योजना की मीटिंग में उपस्थित रहा था.
उर्मिला सिंह, महिला प्रसाद पदाधिकारी, पटना
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A मैं 13 जनवरी से छुट्टी पर थी. भगनी की शादी में पटना के बाहर हूं. 21 तक लौटूंगी. प्रतिनियुक्ति के बारे में नहीं बताया गया. न कोई लेटर मिला था.
विजय शंकर सिंह, प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी
एएसआइ, बुद्धा कॉलोनी थाना
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी हां, उपस्थित था. जहां मुझे बताया गया था, वहीं तैनात था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A घटना की कोई सूचना नहीं मिली. जब देर शाम 7.30 बजे गांधी घाट पहुंचा, तो पता चला कि नाव डूब गयी है. क्या करता और लोग थे ही.
एएसआइ बकूल खॉ,
बहादुरपुर थाना
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A बिलकुल मौजूद थी.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A मालूम ही नहीं चला कि नाव डूबी है. वहां चर्चा हो रही थी कि एक या दो नाव डूब गयी है. मजिस्ट्रेट पहले ही चले गये थे. बाद में हम भी घर चले गये. क्या करते…?
दियारे में मुख्य स्थल के उत्तर तैनात अफसर
कृष्णानंद चक्रवर्ती, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी
परियोजना निदेशक, आत्मा, विकास भवन, पटना
Q क्या आप ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी हां, ड्यूटी पर ही था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A देखिये, मैं जहां तैनात था, वह घटना स्थल से एक किलोमीटर दूर था. सूचना देर से मिली. बाकी जो कुछ भी हुआ मैं उस पर कुछ कहना नहीं चाहता.
अबुलैस अनवर, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, फुलवारी
Q क्या आप ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी हां, जहां ड्यूटी थी, वहां मौजूद था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A नाव डूबने की कोई सूचना नहीं मिली मुझे. जब उस पार देर शाम 7.30 बजे लौटे, तो पता चला.
आभा कुमारी, महिला प्रसाद पदाधिकारी, फुलवारी
ज्वाइंट ऑर्डर में दिये गये इनके नंबर पर कॉल किया तो कोई और उठाया. बोला कि यह नंबर आभा का नहीं है.
धनी प्रसाद यादव, प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी
एएसआइ, पीएमसीएच टीओपी
Q क्या आप ड्यूटी पर मौजूद थे?
A मैं अपने ड्यूटी पर तैनात था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A देखिये, मुझे नाव डूबने की कोई सूचना नहीं मिली थी. घाट पर पहुंचने के बाद मिली. मैं फिर क्या करता…?
रामानंद गिरी, एएसआइ, पीरबहोर थाना
Q क्या आप ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी हां, मैं ससमय पहुंच गया था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A इतनी भीड़ थी कि उसे मैनेज करने में व्यस्त था. नाव डूबने की कोई सूचना नहीं मिली थी. रात 8 बजे घाट लौटा, तब तक अंधेरा हो गया था.
दियारे में मुख्य स्थल के दक्षिण तैनात
संजय कुमार, प्रतिनियुक्त पदाधिकारी
कार्यपालक अभियंता, बिहार राज्य आवास बोर्ड, डिवीजन-2
Q क्या आप ड्यूटी पर मौजूद थे?
– फोन काट दिया. कुछ नहीं बोला. कई बार फोन किया, फिर भी नहीं उठाया.
अजीत कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, फतुहा
इनको सवाल पूछने के लिए कई बार फोन किया, नहीं उठाये.
पुष्पा कुमारी, कनीय अभियंता
आयोजन व मॉनीटरिंग प्रमंडल, अनिसाबाद, पटना
Q क्या आप ड्यूटी पर मौजूद थे?
A बिल्कुल थी. अपने स्थल पर तैनात थी.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A नाव दुर्घटना की कोई सूचना नहीं थी. घटना स्थल 1.5 किलोमीटर दूर था. शाम 7 बजे घाट लौटी, तो पता चला.
विजेंद्र शर्मा, प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी
एएसआइ, कदमकुआं थाना
इनके मोबाइल नंबर पर कॉल किया, तो बंद पाया गया.
मिथिलेश कुमार सिंह, एएसआइ, कदमकुआं थाना
Q क्या आप ड्यूटी पर मौजूद थे?
A मैं ड्यूटी पर मौजूद था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A नाव डूबने की सूचना नहीं मिली. 1.5 किमी दूर था. मैंने क्या किया, बाद में बतायेंगे, अभी जरूरी काम कर रहे हैं.
पतंग उत्सव क्षेत्र में तैनात अफसर
सुरेश प्रसाद सिंह, प्रतिनियुक्त पदाधिकारी
कार्यपालक अभियंता, पटना सिटी पथ प्रमंडल, गुलजारबाग
इनके नंबर पर कई बार फोन किया गया, बंद था.
शोभा कुमारी, प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी, फुलवारीशरीफ
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थी?
A देखिये, मेरा कांट्रैक्ट 11 जनवरी को खत्म हो गया है. मुझे रिलीज कर दिया गया है. जब नौकरी में फिलहाल हूं ही नहीं, तो प्रतिनियुक्ति कैसे हो गयी हमारी. कंट्रोल रूम को भी इस बारे में बता दी थी.
मुस्तफा हुसैन फरहत, वरीय अंकेक्षण पदाधिकारी, पटना
Q क्या आप ड्यूटी पर मौजूद थे?
A मैं 12 से 15 जनवरी तक छुट्टी में था. मां बीमार थी, जहानाबाद गया था. फिर ड्यूटी कैसी. कंट्रोल रूम को भी बता दिया था कि छुट्टी में हूं.
नवल किशोर सिंह, प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी
एएसआइ गांधी मैदान थाना
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी हां, तय जगह पर तैनात था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A भाई, मुझे कुछ मालूम नहीं कि क्या हुआ. बहुत देर से सूचना मिली. मैं घर लौट आया.
राम मोहन सिंह, एएसआइ
गांधी मैदान थाना
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A मैं तय जगह पर तैनात था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A कोई सूचना मिली ही नहीं. घाट पर शाम 7.30 बजे लौटा. कुछ देर रुका. रात 10.30 बजे घर लौट आया.
गांधी घाट पर तैनात
कमलेश कुमार, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी
कार्यपालक अभियंता, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन, कार्य प्रमंडल-2
Q क्या आप ड्यूटी पर मौजूद थे?
A जी हां, गांधी घाट पर तैनात था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A कुछ हल्ला हुआ. लगा कि अफवाह है. भीड़ बहुत ज्यादा थी, उसे ही नियंत्रित करने में व्यस्त रह गया.
ख्वाजा जमाल नासिर, सहायक अभियंता
स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन, कार्य प्रमंडल-1
Q क्या आप ड्यूटी पर मौजूद थे?
A बिल्कुल था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A क्या खबर करता. मोबाइल्का टावर काम कर रहा था क्या…?
सुनील कुमार राय, कनीय अभियंता
छज्जूबाग भवन प्रशाखा, पटना
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थे?
A हां, मैं मौजूद था.
Q नाव डूबने की सूचना पाकर क्या किया आपने?
A ये सवाल हमसे आप क्यों पूछ रहे हैं. जांच टीम पूछेगी. आपको पूछने का कोई हक नहीं है.
प्रतिमा कुमारी, प्राक्कलक, कनीय अभियंता
नयी राजधानी पथ प्रमंडल, पटना
Q क्या ड्यूटी पर मौजूद थी?
A गांधी घाट पर तैनात थे. आप क्यों पूछ रहे हैं? इसके बाद फोन काट दी.
शिव शंकर महतो, एएसआइ, सुल्तानगंज थाना
इनके मोबाइल नंबर पर संपर्क नहीं हो सका. कई बार फोन करने पर एक बार घंटी बजी, लेकिन उठाया नहीं.
वर्षों बाद नदी थाना आयेगा अस्तित्व में
पटना जिला के फतुहा के मौजीपुर में स्थित प्रदेश के प्रथम नदी थाने को अस्तित्व में लाने की कवायद शुरू हो गयी है. सबलपुर दियारा क्षेत्र में हाल ही में हुए नाव हादसे के बाद सरकार और प्रशासन की नींद खुली है. मंगलवार की देर रात एसएसपी मनु महाराज और ग्रामीण एसपी ललन मोहन प्रसाद नदी थाने पहुंचे और नदी थानाध्यक्ष बलजीत सिंह को आवश्यक दिशा निर्देश दिया.
डीएम और एसएसपी ने संयुक्त रूप से मांगी रिपोर्ट