खास यह कि आरक्षण सूची जारी होने के पहले पुरुष वर्ग के संभावित उम्मीदवारों के पोस्टर दिख रहे थे. अब जिन वार्डों को महिलाओं के लिए घोषित किया गया है, वहां पोस्टर बदल गये और उनमें खुद उनकी और पत्नी की ओर से अभिवादन किया जा रहा है. राजधानी पटना में शायद ही कोई वार्ड हैं जिसमें चार-छह प्रत्याशियों का बैनर नहीं टंगा है. उसमें प्रत्याशियों की बड़ी तसवीर और नाम के साथ वार्ड संख्या के प्रत्याशी की दावेदारी लिखी गयी है. एक मोहल्ले के करीब सभी नुक्कड़ों पर यह साफ-साफ दिखने लगी है.
इसमें महिला और पुरुष दोनों प्रकार के प्रत्याशी शामिल हैं. राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य के सभी जिलों की नगरपालिकाओं के हर वार्डों में आरक्षण की स्थिति साफ हो गयी है. इससे यह पता चल गया है कि कौन सा वार्ड अनुसूचित जाति के लिए कौन सा वार्ड अनुसूचित जन जाति के लिए और कौन सा वार्ड पिछड़ा वर्ग और कौन वार्ड सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है. महिलाओं के लिए वार्डों के आरक्षण की भी घोषणा की जा चुकी है. इससे अब किसी भी वार्ड के प्रत्याशी के लिए अपने वार्ड के आरक्षण का प्रमुख मुद्दा सुलझ गया है. जो वार्ड जिस वर्ग के लिए आरक्षित किया गया हैं वहां उस वर्ग के प्रत्याशी अपने मतदाताओं से अभी से ही अपील शुरू कर दिया है. मालूम हो कि राज्य में नगरपालिका आम चुनाव 2017 मई-जून में होनेवाले हैं. इसमें राज्य की 119 नगरपालिकाओं का चुनाव कराया जाना है.