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March 2017 तक गांवों में बनेंगी पांच हजार किमी सड़कें
पटना : ग्रामीण कार्य विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष ((2016-17) के बचे तीन महीनों में 4980 किमी सड़क बनाने का लक्ष्य तय किया है. चालू वित्तीय वर्ष में 12780 किमी सड़क बनाने का लक्ष्य था, जिसमें 7800 किमी सड़क का निर्माण हो चुका है. ये सड़कें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना व मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना […]
पटना : ग्रामीण कार्य विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष ((2016-17) के बचे तीन महीनों में 4980 किमी सड़क बनाने का लक्ष्य तय किया है. चालू वित्तीय वर्ष में 12780 किमी सड़क बनाने का लक्ष्य था, जिसमें 7800 किमी सड़क का निर्माण हो चुका है. ये सड़कें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना व मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना की हैं. मुख्यमंत्री ग्राम सड़क संपर्क निश्चय योजना में 2500 किमी सड़क बननी है. केंद्र ने चालू वित्तीय वर्ष में राज्य को पीएमजीएसवाइ में तीन हजार करोड़ दिये हैं. चालू वित्तीय वर्ष में ग्रामीण कार्य विभाग का 7150 करोड़ का बजट है.
राज्य की 80 फीसदी सड़कें ग्रामीण कार्य विभाग के जिम्मे हैं. सरकार ने सभी बसावट तक बारहमासी सड़क निर्माण का निश्चय किया है. ग्रामीण इलाकों को सड़क से जोड़ने में पीएमजीएसवाइ का बड़ा योगदान है. पहले केंद्र सरकार इसका पूरा खर्च उठाती थी, लेकिन अब सिर्फ 60% राशि ही केंद्र देगा, 40% राज्य को देना है.
चालू वित्तीय वर्ष में ग्रामीण कार्य विभाग ने पीएसजीएसवाइ में 7000 और एमजीएसवाइ में 5780 किमी सड़क निर्माण का लक्ष्य तय किया है. पीएमजीएसवाइ में अब तक 7000 और एमएमजीएसवाइ में 3600 किमी सड़क का निर्माण हो चुका है. एमएमजीएसवाइ में पांच साल में 37908 किमी सड़क निर्माण का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा विभाग ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना में 12500 किमी सड़क बनायेगा. चालू वित्तीय वर्ष में इस योजना में 2500 किमी सड़क बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इस दिशा में काम चल रहा है.
ग्रामीण कार्य विभाग ने सभी अभियंताओं को टास्क दिया है कि तय समयसीमा के अंदर काम को पूरा करें. जो ठेकेदार काम में लापरवाही बरतेंगे, उन्हें प्रतिबंधित कर दिया जायेगा. विभाग चालू वित्तीय वर्ष में 6000 किमी सड़क की मरम्मत भी करायेगा. विभाग उन अभियंताओं के िखलाफ भी कार्रवाई करेगा जिन्होंने पांच साल से ग्रामीण सड़कों की मरम्मत के लिए राशि की मांग नहीं की है.
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