इधर, इस घटना से आक्रोशित स्थानीय ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर करीब ढाई घंटों तक मसौढ़ी- ओकरी पथ को जाम कर दिया. हालांकि, बाद में मसौढ़ी के बीडीओ कृष्ण मुरारी द्वारा मृतक के आश्रितों को राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के तहत तत्काल 20 हजार रुपये बतौर मुआवजा देने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ और जाम हटाया. इस बीच घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्मार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया. उधर, घटना को अंजाम देकर भाग रहे चालक को कादिरगंज थाने की पुलिस ने कादिरगंज बाजार के पास ट्रक समेत दबोच लिया.
तीन वर्षीय गौरव घटना के पूर्व अपनी मां की गोद में खेल रहा था. इसी बीच वह अपनी मां की गोद से उठ कर दौड़ते हुए सड़क पर आ गया. इसी बीच मसौढ़ी की ओर से आ रहे ट्रक ने उसे कुचल डाला . इस पूरी घटना को गौरव की मां अपनी आंखों से देख रही थी . इससे पहले कि वह कुछ करती गौरव मौत के गाल में समा गया. बेटे को अपनी आंखों के सामने मरता देखनेवाली गौरव की मां की हालत फिहलाल काफी खराब हो चुकी है. ग्रामीणों की माने तो उसे इस सदमे से बाहर निकलना मुश्लिक हो चुका है.