पटना:बिहार पुलिस जल्द ही बेहद आधुनिक हथियार यूबीजीएल (अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) से लैस होने जा रही है. इन्हें खरीदने की कवायद शुरू हो गयी है. करीब दो महीने में राज्य पुलिस को इसके मुहैया होने की संभावना है. राज्य सरकार इन आधुनिक हथियारों की खरीद सीआरपीएफ के माध्यम से करेगी. इन हथियारों का निर्माण […]
पटना:बिहार पुलिस जल्द ही बेहद आधुनिक हथियार यूबीजीएल (अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) से लैस होने जा रही है. इन्हें खरीदने की कवायद शुरू हो गयी है. करीब दो महीने में राज्य पुलिस को इसके मुहैया होने की संभावना है. राज्य सरकार इन आधुनिक हथियारों की खरीद सीआरपीएफ के माध्यम से करेगी. इन हथियारों का निर्माण देश में नहीं होता है, इन्हें इस्राइल या अन्य देशों से मंगवाया जाता है.
हालांकि इसके कुछ छोटे वर्जन जैसे 40 एमएम का निर्माण देश के तमिलनाडू में तिरूचिरापल्ली स्थित आयुध कारखाने में शुरू किया गया है. परंतु उन्नत किस्म के यूबीजीएल का अभी भी आयात ही किया जाता है. इस आधुनिक हथियार की खरीद केंद्रीयकृत व्यवस्था के तहत ही होती है. इस वजह से बिहार या अन्य किसी राज्य को इसे खरीदने के लिए किसी केंद्रीय फोर्स का ही सहारा लेना पड़ता है. बिहार में सीआरपीएफ का बेस कैंप होने के कारण राज्य सरकार इन्हें सीआरपीएफ के माध्यम से ही खरीदती है.
बिहार पुलिस फिलहाल करीब एक दर्जन यूबीजीएल की खरीदारी करने जा रही है. इसके बाद इनकी जरूरत को देखते हुए अगले वित्तीय वर्ष में अतिरिक्त संख्या में इसकी खरीद की जा सकती है. इस हथियार के साथ 920 सेल या इसमें सेट होने वाले ग्रेनेड की भी खरीदारी होगी. खरीद के लिए गृह विभाग ने करीब 17 लाख रुपये जारी भी कर दिये हैं. हालांकि कई कारणों से यूबीजीएल की कीमत व जारी राशि का खुलासा नहीं किया गया है. अनुमान है कि एक दर्जन यूबीजीएल खरीद में डेढ़ से दो करोड़ रुपये की लागत आयेगी.
यह खासियत है यूबीजीएल की
यूबीजीएल एक ऐसा हथियार है, जिसे इनसास या एके-47 रायफल के साथ जोड़ कर उपयोग किया जाता है. इसका उपयोग अलग से नहीं होता है. नाम के अनुसार ही इसे किसी आधुनिक रायफल के बैरल के नीचे लगाया जाता है. इसके लगा देने के बाद उस रायफल से गोली छोड़ने के साथ-साथ ग्रेनेड दागने की भी क्षमता विकसित हो जाती है.
इससे 400 मीटर की दूरी तक सटीक निशाने के साथ ग्रेनेड को छोड़ा जा सकता है. किसी मुठभेड़ या बहुत सारे दुश्मनों से घिरे होने की स्थिति में यह काफी घातक साबित होता है. एक-दो वार में ही यह बड़ी तबाही मचाने में पूरी तरह से सक्षम है.