सभी को कार्रवाई के लिए नोटिस दिया गया और स्पष्टीकरण मांगा गया. अब तक 396 शिक्षकों का स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने की वजह से उनका उस दिन के वेतन में कटौती की गयी है. बाकी शिक्षकों के जवाब का इंतजार किया जा रहा है. दरभंगा में अनुपस्थित सभी 186, पश्चिमी चंपारण में 49, सीतामढ़ी में 38, जमुई में 33, सहरसा में 17, किशनगंज में 12 व शेखपुरा में तीन शिक्षकों का वेतन काटा गया है.
वहीं, नवादा, अररिया, अरवल, बांका, बक्सर, कैमूर, रोहतास व शिवहर के कई स्कूलों का जीविका की दीदी ने निरीक्षण किया. इन जिलों में एक भी शिक्षक गैर हाजिर नहीं मिले. मुंगेर जिले में भी 97 स्कूलों के निरीक्षण के दौरान बिना सूचना के एक शिक्षक गायब मिले हैं. जीविका के ग्राम पंचायत संगठन की सामाजिक कार्यसमिति की सदस्य (दीदी) में से कम से कम दो दीदी को हर महीने कम से कम दो बार एक स्कूल का निरीक्षण करना है. जीविका दीदी को स्कूल समय पर खुल रहा है और बंद हो रहा है या नहीं, काम कर रहे शिक्षकों की उपस्थिति, छात्र-छात्राओं का नामांकन व उपस्थिति, स्कूलों में नियमित पढ़ाई, स्कूलों की साफ-सफाई व शौचालय का प्रयोग और मध्याह्न भोजन की भी जांच करनी है. शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश के बाद अगस्त महीने से ही जीविका दीदी को स्कूल के निरीक्षण का काम सौंपा था.