35.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

8358 स्कूलों में बिना सूचना के 1093 शिक्षक मिले गायब

पटना. राज्य के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में कई शिक्षक बिना सूचना के गायब मिल रहे हैं. ऐसे शिक्षकों से सीधे स्पष्टीकरण पूछा जा रहा है और संतोषजनक जवाब नहीं देने पर उनका वेतन भी काटा जा रहा है. इसका खुलासा जीविका दीदी की जांच रिपोर्ट से हुआ है. जीविका दीदी ने नवंबर महीने के […]

पटना. राज्य के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में कई शिक्षक बिना सूचना के गायब मिल रहे हैं. ऐसे शिक्षकों से सीधे स्पष्टीकरण पूछा जा रहा है और संतोषजनक जवाब नहीं देने पर उनका वेतन भी काटा जा रहा है. इसका खुलासा जीविका दीदी की जांच रिपोर्ट से हुआ है. जीविका दीदी ने नवंबर महीने के अंत तक 8,358 प्रारंभिक स्कूलों का निरीक्षण किया. इन स्कूलों में 1093 शिक्षक बिना सूचना के ही स्कूल से गैरहाजिर मिले.

सभी को कार्रवाई के लिए नोटिस दिया गया और स्पष्टीकरण मांगा गया. अब तक 396 शिक्षकों का स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं होने की वजह से उनका उस दिन के वेतन में कटौती की गयी है. बाकी शिक्षकों के जवाब का इंतजार किया जा रहा है. दरभंगा में अनुपस्थित सभी 186, पश्चिमी चंपारण में 49, सीतामढ़ी में 38, जमुई में 33, सहरसा में 17, किशनगंज में 12 व शेखपुरा में तीन शिक्षकों का वेतन काटा गया है.

वहीं, नवादा, अररिया, अरवल, बांका, बक्सर, कैमूर, रोहतास व शिवहर के कई स्कूलों का जीविका की दीदी ने निरीक्षण किया. इन जिलों में एक भी शिक्षक गैर हाजिर नहीं मिले. मुंगेर जिले में भी 97 स्कूलों के निरीक्षण के दौरान बिना सूचना के एक शिक्षक गायब मिले हैं. जीविका के ग्राम पंचायत संगठन की सामाजिक कार्यसमिति की सदस्य (दीदी) में से कम से कम दो दीदी को हर महीने कम से कम दो बार एक स्कूल का निरीक्षण करना है. जीविका दीदी को स्कूल समय पर खुल रहा है और बंद हो रहा है या नहीं, काम कर रहे शिक्षकों की उपस्थिति, छात्र-छात्राओं का नामांकन व उपस्थिति, स्कूलों में नियमित पढ़ाई, स्कूलों की साफ-सफाई व शौचालय का प्रयोग और मध्याह्न भोजन की भी जांच करनी है. शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश के बाद अगस्त महीने से ही जीविका दीदी को स्कूल के निरीक्षण का काम सौंपा था.

स्कूल के प्रधानाध्यापक का भी कटेगा वेतन
स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 75 फीसदी से कम होती है, तो उस स्कूल के प्रधानाध्यापक व शिक्षक स्कूल नहीं आये छात्र-छात्राओं के अभिभावकों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर उन बच्चों को स्कूल में लायेंगे. इस काम में स्कूल की विद्यालय शिक्षा समिति और जीविका दीदी भी मदद करेगी. इसके बाद भी अगर तीन बार निरीक्षण के दौरान 75 फीसदी की उपस्थिति स्कूल में नहीं पायी जाती है, तो प्रधानाध्यापक और शिक्षकों के वेतन से जांच के दिन का वेतन काटा जायेगा.
समय पर स्कूल नहीं खुलने और निर्धारित समय से पहले बंद हो जाने के लिए स्कूल के प्रधानाध्यापक जवाबदेह होंगे और उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा भी की जायेगी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें