पटना : बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र में विधान परिषद की कार्यवाही पांचवें दिन भी नहीं चली. सत्तापक्ष की पार्षद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अपनी मांग पर अड़ी रहीं. राबड़ी ने साफ कहा कि जब तक सुशील मोदी माफी नहीं मांगते हैं, तब तक सदन नहीं चलने दिया जायेगा. सदन जैसे ही शुरू हुआ महागठबंधन के घटक दल राजद के सदस्य हाथों में प्ले कार्ड लेकर वेल में पहुंच गये और पीएम मोदी के विरोधमें नारा लगाते हुए सुशील मोदी से माफी की मांग करने लगे. राबड़ी देवी स्वयं भी नरेंद्र मोदी के विरोध में नारा लगाया और सुशील मोदी माफी मांगों के नारे लगा रही थीं. जवाब में विपक्षी दल के विधान पार्षद भी अपनी-अपनी सीट पर खड़े हो गये और नारेबाजी शुरू कर दी.
बीजेपी ने लगाया सत्तापक्ष पर आरोप
बीजेपी के सदस्यों ने आरोप लगाया कि सत्तापक्ष सदन को चलने नहीं देना चाहता है. सदन की कार्यवाही चलने देने के सभापति के अनुरोध का भी कोई असर नहीं हुआ. उसके बाद सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सदन की कार्यवाही ढाई बजे तक के लिये स्थगित कर दी. हंगामे के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन में मौजूद थे. बाद में बीजेपी के सदस्य परिषद से बाहर आकर परिसर में विरोध करने लगे और बिहार में कानून व्यवस्था की खराब स्थिति के अलावा पत्रकारों की हत्या को मुद्दा बनाते हुए सरकार विरोधी नारे लगाये.
फिर गुस्से में भड़कीं राबड़ी देवी, सुशील मोदी से की माफी की मांग pic.twitter.com/vcj0Meb4OQ
— Prabhat Khabar (@prabhatkhabar) December 1, 2016
राबड़ी अपनी मांग पर कायम
बाद में राजद के सदस्य भी राबड़ी देवी के नेतृत्व में सदन से बाहर निकले और नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की. सभी सदस्यों ने अपने हाथों में पोस्टर लेकर विरोध जताया और कालाधन को लेकर केंद्र सरकार की कार्यवाही पर सवाल खड़ा किया. राबड़ी देवी ने साफ किया कि सदन की कार्यवाही तब तक नहीं चलने दी जायेगी जब तक सुशील मोदी सदन में ही माफी नहीं मांगते हैं. वहीं जदयू, कांग्रेस और राजद नेताओं द्वारा कहा गया कि सदन में सिर्फ राजद सदस्यों के वेल में जाने से कोई बात नहीं महागठबंधन इस मामले पर पूरी तरह एकजुट है.
क्या है पूरा मामला
गौरतलब हो कि राजद सदस्यों द्वारा नोटबंदी का विरोध किये जाने के बाद बीजेपी विधायकों और पार्षदों ने 29 तारीख को विधान परिषद और विधानसभा के परिसर में लालू यादव को लेकर आपत्तिजनक नारा लगाया था. राबड़ी देवी का कहना है कि विधान परिषद के अंदर भी सुशील मोदी ने लालू यादव के खिलाफ बहुत कुछ कहा जो ठीक नहीं है. राबड़ी देवी की मांग है कि लालू यादव को लेकर सुशील मोदी ने जो बात कही है, उसे वापस लें और सदन के अंदर माफी मांगे. राबड़ी देवी के साथ राजद के विधान पार्षद लगातार यह मांग कर रहे हैं कि सुशील मोदी उनके नेता लालू यादव से माफी मांगे.
सुशील मोदी ने किया पलटवार
वहीं दूसरी ओर विरोधी दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता राबड़ी देवी के बयान पर सदन में निंदा प्रस्ताव पारित कराने की मांग करते हुए कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी द्वारा अमर्यादित भाषा के इस्तेमाल के लिए वे सदन में माफी मांगे. उन्होंने कहा है कि राबड़ी देवी महागंठबंधन के बड़े घटक दल की वरिष्ठ नेता हैं. उन्होंने सदन के बाहर आपत्तिजनक बयान दिया है.