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अनुसंधान केंद्र में सड़ रहा है 290 क्विंटल आलू का बीज
पटना : राज्य के एकमात्र आलू अनुसंधान केंद्र से तैयार आलू के आधार बीज लेने वाला कोई नहीं है. इसके कारण अनुसंधान केंद्र में ही आलू का ब्रीडर बीज सड़ रहा है. अनुसंधान केंद्र से राज्य सरकार ने भी आलू के ब्रीडर बीज के लिए समझौता किया था. राज्य सरकार की सहमति से अनुसंधान केंद्र […]
पटना : राज्य के एकमात्र आलू अनुसंधान केंद्र से तैयार आलू के आधार बीज लेने वाला कोई नहीं है. इसके कारण अनुसंधान केंद्र में ही आलू का ब्रीडर बीज सड़ रहा है. अनुसंधान केंद्र से राज्य सरकार ने भी आलू के ब्रीडर बीज के लिए समझौता किया था. राज्य सरकार की सहमति से अनुसंधान केंद्र ने बिहार सरकार के लिए 300 क्विंटल आलू के ब्रीडर बीज रिजर्व रखा था.
बार-बार अनुरोध के बावजूद राज्य सरकार ने इसका उठाव नहीं कराया, जबकि हर हाल में राज्य सरकार को अक्तूबर तक इसका उठाव कर लेना था. अब तो अनुसंधान केंद्र के अनुरोध को ठुकराते हुए कृषि विभाग के अधिकारी ने इसका उठाव कराने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है. अनुसंधान केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर राज्य के बड़े आलू बीज उत्पादकों के लिए भी अनुसंधान केंद्र ने बीज तैयार किया था. मुजफ्फरपुर के एक किसान अरुण कुमार शर्मा के अलावा एक भी किसान आलू की बीज के उठाव के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. मजबूरन अनुसंधान केंद्र ने आम किसानों को ही बीज बेचना शुरू कर दिया है, लेकिन बीज अधिक होने के कारण कम समय में इसे बेचना अब संभव नहीं होगा.
25 नवंबर तक अब भी आलू की खेती का वक्त
अनुसंधान केंद्र के निदेशक डॉ शंभु कुमार ने कहा कि अक्तूबर तक इसकी खेती के लिए बेहतर समय माना जा रहा है, पर बिहार में 25 नवंबर तक इसकी खेती की जा सकती है. खासकर जहां धान की कटनी हो रही है, वैसे खेतों में आलू की खेती की जा सकती है. उन्होंने बताया कि अनुसंधान केंद्र में कुफरी सिंदुरी, कुफरी पुखराज, कुफरी अशोका और कुफरी ख्याती बीज उपलब्ध है. अनुसंधान केंद्र के निदेशक डॉ शंभु कुमार ने स्वीकार किया कि राज्य सरकार ने समझौता कर बीज का उठाव नहीं कर रहा है. इसके कारण बीज सड़ रहा है.
डॉ कुमार ने कहा कि यह आधार बीज बीमारी रहित होता है. इससे किसान तीसरे स्टेज में सर्टिफाइड बीज ही तैयार कर किसानों के बीच बेचते हैं.
कोढ़ में खाज बनी करेंसी क्राइसिस
अनुसंधान केंद्र के अधिकारी ने बताया कि पटना और आसपास के जिलों से कुछ किसान आलू की बीज के लिए पहुंच रहे थे, पर करेंसी की समस्या के बाद किसानों का आना बंद हो गया है. अन्यथा कुछ बीज की बिक्री हो ही जाता. अधिकारी ने बताया कि बड़ा साइज वाले आलू की बीज 3100 रुपये प्रति क्विंटल और सामान्य साइज के बीज 3700 रुपये प्रति क्विंटल की दर बेचा जा रहा है.
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