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महापर्व छठ : मोबाइल एप से जानिए कितनी दूर, कितना फिट है आपका घाट

पटना : छठ पर्व में महज चार दिनों का समय रह गया है. दीघा की तरफ से शहरके सभी घाटों पर तैयारी जोरों पर है. बुडको अपने क्षेत्र के घाटों को पांच जोन में बांट कर काम कर रहा है.मंगलवार को प्रभात खबर टीम ने इन सभी घाटों की अब तक हुए और बाकी कामों […]

पटना : छठ पर्व में महज चार दिनों का समय रह गया है. दीघा की तरफ से शहरके सभी घाटों पर तैयारी जोरों पर है. बुडको अपने क्षेत्र के घाटों को पांच जोन में बांट कर काम कर रहा है.मंगलवार को प्रभात खबर टीम ने इन सभी घाटों की अब तक हुए और बाकी कामों की पूरी पड़ताल की. किस घाट की शहर से कितनी दूरी है. घाट पर वाहन पार्किंग की कितनी सुविधा है. और हर घाट की गंगा तट पर कितनी चौड़ाई है. बुडको के पदाधिकारी प्रभाष चंद्रा से हर घाट पर सुविधाओं के बारे में सवाल भी किया गया और जानकारी ली गयी. अब हम पाठकों को पूरी जानकारी प्रकाशित कर रहे हैं. जानिए कितनी दूर और कितना सुविधाजनक है आप का घाट …
कहीं रास्ता, कहीं घाट अधूरा
जोन एक
जोन एक में सात घाट हैं. इनके रास्ते का निर्माण करने के लिए बुडको 30 लाख खर्च कर रहा है. इसमें पहला घाट बिंद टोली का है. इसकी दूरी शहर के मुख्य सड़क से 800 मीटर है. गंगा तट पर इसकी चौड़ाई 200 मीटर है. रास्ते का निर्माण पूरा हो चुका है और लाइटिंग के लिए बल्ली लगायी जा रही है. इसके बाद दीघा घाट है. शहर से इसकी दूरी डेढ़ किमी है और घाट की चौड़ाई 40 मीटर है. रास्ता तैयार है और घाट भी लगभग तैयार है.
फिर आगे मीनार घाट है. इसकी दूरी सात सौ मीटर है और चौड़ाई 75 मीटर है. रास्ता बन चुका है और घाट तक काम चल रहा है. फिर आगे पाटीपुर और शिवा घाट एक साथ लगा हुआ है. दोनों घाट की चौड़ाई तीन सौ मीटर है. आगे रामजीचक घाट की गंगा तट पर चौड़ाई 50 मीटर है. लेकिन, प्रशासन ने इस घाट की गहराई अधिक होने के कारण खतरनाक घोषित कर दिया है. इन सभी घाटों पर पार्किंग की सुविधा है. हर घाट पर 200 से लेकर 500 तक वाहन पार्क हो सकते हैं.
जोन दो
इसमें पांच घाट हैं. इसके निर्माण पर बुडको 39 लाख खर्च कर रहा है. पहला घाट जहाज घाट है. इसकी शहर की दूरी एक किमी है और घाट की चौड़ाई 75 मीटर है. लेकिन इसका आधा भाग ही उपयोग किया जा रहा है. यहां 500 वाहनों की पार्किंग डेवलप की जा रही है. इसके बाद गेट नंबर 93, गेट नंबर 83 और 88 घाट लगभग एक साथ लगे हुए हैं. तीनों घाट की चौड़ाई एक किमी है. घाट पर दो पार्किंग बनी है. इसके बाद एलसीटी घाट है. इस पर जाने का रास्ता तैयार है. शहर से घाट की दूरी तीन किमी है और घाट 700 मीटर लंबा है. यहां बड़ी पार्किंग बन रही है.
जोन तीन
इसमें तीन घाट है. इस पर बुडको 35 लाख खर्च कर रहा है. इस जोन में पहला घाट सबसे अधिक भीड़ होने वाला कुर्जी घाट है. शहर से दूरी डेढ़ किमी है. दो तरफ से रास्ते बन रहा है. घाट की चौड़ाई सात सौ मीटर है. 500 वाहन क्षमता वाली पार्किंग बन रही है. फिर बालू घाट है. शहर से दूरी एक किमी, घाट की चौड़ाई 500 मीटर और 200 वाहन क्षमता वाली पार्किंग बन रही है. पहलवान घाट पर काम चल रहा है.
जोन चार
इस जोन में पांच घाट हैं. इन सभी घाटों की दूरी शहर से तीन से चार किमी है. बुडको इसे 40 लाख की लागत से बना रहा है. लगभग आधा शहर इन्हीं घाटों पर छठ करता है. सबसे पहला घाट राजापुर पुल है. घाट की चौड़ाई 500 मीटर से अधिक है. रास्ते का काम चल रहा है और पुल बन गया है. इसके बाद बांस घाट है, जिसकी गंगा तट पर चौड़ाई एक किमी है और रास्ता लगभग 60 मीटर चौड़ा है. पुल बन रहा है. इसके बाद सबसे मुश्किल रास्तों वाला घाट कलेक्ट्रिएट घाट है. अभी तक पूल का निर्माण नहीं किया जा सका है. रास्ते में अब भी काफी दलदल है. इसके बाद महेंद्रु घाट है. रास्ता तीन किमी दूर है. पीपा पुल बन रहा है. कलेक्ट्रिएट व महेंद्रु घाट गंगा तट पर एक साथ मिल गया है. घाट पर कम गहराई में पानी है.
जोन पांच
जोन चार का बुद्ध घाट से लेकर पटना कॉलेज घाट, कदम घाट, काली घाट, गांधी घाट, गोलबपुर घाट, बंसी घाट, टीन एन बनर्जी घाट और मिस्त्री घाट गंगा तट से लगे हैं. इसमें टीन एन बनर्जी और मिस्त्री घाट पर इस बार छठ नहीं होगा. पार्किंग पटना कॉलेज, पीएमसीएच व अन्य जगहों पर की जाती है.
लाइट लगाने का काम अब तक नहीं हुआ शुरू
घाटों पर काम भले ही जोरों से चल रहा है. लेकिन अभी कोई भी घाट पूरा नहीं हुआ है. दीघा तरफ से से लेकर कलेक्ट्रिएट घाट, महेंद्रुघाट, बांस घाट पर रास्ता बन गया है. लेकिन, रास्ते की बैरिकेडिंग नहीं हुई है और लाइट लगाने का काम शुरू भी नहीं हुआ है. रास्ते की पीचिंग भी नहीं हुई है. कलेक्ट्रिएट और महेंद्रु घाट का रास्ता खतरनाक है. इसके अलावा काली घाट आने के रास्ते पर टेंट बनाया जा रहा है. पटना कॉलेज घाट और कदम घाट पर अभी भी घाट निर्माण ही चल रहा है. कृष्णा घाट खतरनाक होने से इसे बंद कर दिया गया है.
पानी में बैरिकेडिंग का काम बाकी, नहीं लगी चाली
अभी किसी भी घाट पर पानी में बैरिकेडिंग का काम पूरा नहीं हुआ है. काली घाट से लेकर पटना सिटी के दीदार घाट तक पानी में पांच फिट तक करना है. बुडको ने अपने घाटों पर पानी में बल्ली लगानी शुरू कर दी है, लेकिन अभी काम पुख्ता नहीं हुआ है. वहीं नगर निगम अभी अपने घाटों पर काम पूरा नहीं कर पाया है. अभी महावीर घाट व भद्रघाट तक काम चल रहा है. पानी में बैरिकेडिंग नहीं लगी है. एप्रोच रोड भी बनाये जा रहे हैं.
अब युद्ध स्तर पर रात और दिन होगा काम, तीन तक फाइनल
पटना : प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर व डीएम एसके अग्रवाल ने नगर निगम के अंतर्गत आनेवाले लॉ कॉलेज घाट, गोलापुर बालू घाट, गांधी घाट, चौधरी टोला घाट, रोशन घाट, नरकट घाट, पथरी घाट, लोहरवा घाट, मठ केदार घाट, राजा घाट, गोसाईं घाट, करनैलगंज घाट, कंटाही घाट, गाय घाट व भद्र घाट का संयुक्त निरीक्षण किया. आयुक्त ने बताया कि आज पटना नगर निगम के अंतर्गत आनेवाले 59 छठ घाटों की समीक्षा की गयी.
इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि अब युद्ध स्तर पर रात-दिन काम होगा और किसी भी हाल में घाटों का काम तीन नवंबर तक पूरा कर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि अंटा घाट, बीएन कॉलेज घाट, मिश्री घाट, भरवा घाट, रानी घाट, घगरा घाट, चौधरी टोला घाट, पथरी घाट, आलमगंज घाट, लहर घाट, हनुमान घाट तथा राजा घाट का निर्माण कार्य पूरा करा लिया गया है.
प्रमंडलीय आयुक्त ने दिये निर्देश
खतरनाक व वैकल्पिक घाटों की सूचना विज्ञापन के माध्यम से लोगों को दी जाये. यदि किसी घाट पर छठ पर्व आयोजित करने की संभावना हैं, तो उसे छठ घाट के रूप में विकसित किया जाये.
सभी सेक्टर दंडाधिकारियों की ओर से जिला प्रशासन को सभी घाटों पर पार्किंग की व्यवस्था, वहां से घाट की दूरी तथा वहां से घाट तक जाने के लिए पहुंच पथ की चौड़ाई कल तक उपलब्ध करा दें, ताकि समाचार पत्रों में तीन नवंबर तक विज्ञापन के माध्यम से प्रकाशित कर दिया जायेेे. वहीं, खतरनाक घाटों पर बैरिकेडिंग का काम पूरा किया जाये.घाटों पर चेंजिंग रूम, शौचालय का काम तीन नवंबर के पूर्व पूरा कर लिया जाये. एंबुलेंस व अस्पतालों को अलर्ट किया जाये.
छठ में छुट्टी रद्द, घाट पर तैनात होंगे 80 डॉक्टर
पटना. छठ पर्व की सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए सरकारी डॉक्टरों की छुट्टी रद्द कर दी गयी है. सीनियर डॉक्टर, रेजीडेंट और जूनियर डॉक्टर शामिल हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने छठ पर 80 डॉक्टरों की तैनाती करेगी. डॉक्टरों की सूची जारी कर दी गयी है.
साथ ही छह वाटर एंबुलेंस की भी तैनाती की गयी है. प्रत्येक वाटर एंबुलेंस में चार डॉक्टर होंगे. चार वाटर एंबुलेंस स्वास्थ्य विभाग तथा दो एनडीआरएफ की होगी. सिविल सर्जन डॉ जीएस सिंह ने बताया कि छठ घाट पर तैनाती होने वाले डॉक्टरों का प्रत्येक मेडिकल कैंप में नाम और मोबाइल नंबर भी होगा ताकि लोग संपर्क कर सकेंगे. घाट तक बनाये जाने वाले मेडिकल कैंप में पर्याप्त दवाएं उपलब्ध रहेंगी. डॉक्टर छह नवंबर की सुबह से घाट पर तैनात रहेंगे. प्राथमिक उपचार की सभी सुविधाएं रहेंगी. पीएमसीएच को भी छठ को लेकर अलर्ट किया गया है. छह और सात नवंबर को पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड भी अतिरिक्त मेडिकल अफसरों की तैनाती रहेगी.
साइनेज, लाउडस्पीकर, वाच टावर, हर चीज से मॉनीटरिंग
पटना. छठपूजा में अफवाह फैलानेवालों पर नजर रखने के लिए मॉनीटरिंग सेल बनायी गयी है, जो जिला कंट्रोल रूम के सहयोग से काम करेगी और ऐसे व्यक्ति को तुरंत गिरफ्तार करेगी, जिनकी बातों से घाटों पर भगदड़ का माहौल बन सकता हैं. भीड़ नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन ने एक ऑडियो बनाया हैं, जो डेढ़ मिनट का है. इसमें घाटों पर पूजा के दौरान क्या सावधानी बरतें, इसको लेकर जानकारी दी गयी हैं. ऑडियो को घाटों व सड़कों से लेकर सभी जगहों पर बजाया जायेगा. पुलिस प्रशासन की टीम भी घाटों पर अलर्ट रहेगी और वह लोगों के बीच में रह कर पूजा में लोगों को कोई परेशानी नहीं हो, इस पर ध्यान देगी.
ये किये गये हैं इंतजाम : साइनेज की व्यवस्था, वाच टावर, लाउडस्पीकर से एनाउंसमेंट, एप्रोच रोड पर भीड़ नहीं लगे, एक जगह लोग घाट पर खड़े रह कर रास्ता नहीं रोके, महिला पुलिस रहेंगी तैनात, गंगा में गोताखोर रहेंगे, पार्किंग की पूर्ण व्यवस्था.
ऑडियो से लोगों को जागरूक किया जायेगा
पूजा के दौरान लोग अफवाहों से दूर रहे, इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से एक आॅडियो भी बनाया गया है. ऑडियो के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जायेगा कि वह पूजा के दौरान खुद किस तरह से सतर्क रहें.
संजय कुमार अग्रवाल, डीएम, पटना
छठपूजा पर बन रहा है आनंद योग का विशेष संयोग
पटना. इस बार लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा पर आनंद योग का विशेष संयोग बन रहा है. ज्योतिषियों के मुताबिक पहला अर्घ्य रविवार को होने के कारण जहां सूर्य अपनी ही राशि में हैं वहीं चंद्रमा उस दिन गोचर हो रहा है, इस कारण आनंद योग बन रहा है जिसमें छठ पूजा विशेष फलदायी हो रही है. 12 वर्षों के बाद बना यह खास संयोग सभी लोगों के लिए लाभप्रद है. इसमें लंबे समय से बीमार व्यक्तियों को खास फायदा मिलेगा.
ज्योतिषी श्रोत्रीय पं अमित माधव ने बताया कि इसके अलावा चंद्रमा और मंगल के एक साथ मकर राशि में रहने के कारण महालक्ष्मी की कृपा भी होगी. छठ पूजा के दौरान आमलोग अपनी मनोकामना महालक्ष्मी देवी से कर मनोवांछित फल की प्राप्ति कर सकते हैं. रविवार छह नवंबर को शाम में पांच बजकर 10 मिनट में सूर्यास्त होगा. इसके पूर्व अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा. पहले अर्घ्य का वक्त शाम सवा चार बजे के बाद से लेकर पांच बजकर दस मिनट के बीच होगा. इस दौरान व्रती भगवान भास्कर को अर्घ्य दे सकेंगे. वहीं अगले दिन सोमवार को 6 बजकर 13 मिनट पर सूर्योदय का वक्त है.
सूर्योदय के पूर्व से ही व्रती व श्रद्धालु भगवान भास्कर को अर्घ्य दान करेंगे.आरोग्य प्राप्ति, संतान और सौभाग्य के लिए पूजा : पं श्री पति त्रिपाठी कहते हैं कि छठ व्रत आरोग्य प्राप्ति, संतान की कामना व सौभाग्य की प्राप्ति को किया जाता है. वे बताते हैं कि चंद्रमा को भी कुष्ठ रोग हो गया था तो सूर्य की पूजा के बाद ही उन्हें मुक्ति मिली थी. सूर्य इस दुनिया के प्रत्यक्ष देवता हैं. संतान की प्राप्ति से लेकर संपन्नता के लिए उनकी पूजा की जाती है.
मोबाइल एप से मिलेगी घाटों की पूरी जानकारी
पटना : जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल बुधवार को छठ महापर्व पर श्रद्धालुओं और छठ व्रतियों की सुविधा के लिए छठ पूजा पटना मोबाइल एप लांच करेंगे. इस एप पर सभी घाटों की पूरी जानकारी होगी. कोई भी व्यक्ति गूगल प्ले स्टोर में जाकर इसे डाउनलोड कर सकता है.
श्री अग्रवाल ने कहा कि छठ महापर्व को ध्यान में रखकर इसे तैयार किया गया है. एप पर छठ पूजा कोषांग के पदाधिकारी, जोनल इंचार्ज, प्रशासन द्वारा घाटों पर उपलब्ध करायी जा रही सुविधाएं, मेडिकल टीम, पार्किंग स्थल, खतरनाक घाटों की सूची आदि के बारे में जानकारी दी गयी है. उन्होंने कहा कि इसमें सभी अस्पतालों के नंबर व ड्यूटी रोस्टर भी दिये गये हैं.

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