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काम में लापरवाही दिखी, तो किसी को नहीं छोड़ेंगे
छठपूजा. काम से संतुष्ट नहीं दिखे डीएम, कार्यपालक अभियंता का रोका वेतन, मांगा स्पष्टीकरण, कहा दीपावली तक खतरनाक घाटों पर करें बैरिकेडिंग व लगाएं बैनर खतरनाक घाटों की सूची जल्द बनाएं पटना : छठपूजा को लेकर घाटों पर होनेवाले काम का निरीक्षण करने डीएम एसके अग्रवाल 10बजे नासरीगंज घाट पहुंचे, जहां घाट का निरीक्षण करने […]
छठपूजा. काम से संतुष्ट नहीं दिखे डीएम, कार्यपालक अभियंता का रोका वेतन, मांगा स्पष्टीकरण, कहा
दीपावली तक खतरनाक घाटों पर करें बैरिकेडिंग व लगाएं बैनर
खतरनाक घाटों की सूची जल्द बनाएं
पटना : छठपूजा को लेकर घाटों पर होनेवाले काम का निरीक्षण करने डीएम एसके अग्रवाल 10बजे नासरीगंज घाट पहुंचे, जहां घाट का निरीक्षण करने के बाद वह संतुष्ट नहीं दिखे. कहां पूजा होगी और किसे खतरनाक घाट घोषित करेंगे, इसको लेकर कहीं कोई बैनर नहीं लगाया गया था. इसे देख डीएम नाराज होकर काम करनेवाले इंजीनियरों से पूछा कि कहां पूजा होगी और अगर इस घाट पर पूजा नहीं होगी, तो वहां बैरिकेडिंग कब करोगे, छठपूजा के काम में लापरवाही दिखी, तो किसी को नहीं छोड़ेंगे और उस पर कड़ी कार्रवाई होगी. इसके बाद दानापुर एसडीओ को नासरीगंज घाट के पास के पुराने खंडहर मकान को तोड़ने को निर्देश दिया गया है.
श्री अग्रवाल ने नासरीगंज घाट से निकलते समय कहा कि हर घाट पर एप्रोच रोड अधिक हो और बिल्कुल सही हो. यहां से जब सीएम निकल जाये, तो इस रास्ते को भी आम लोगों के लिए खोल दिया जाये. इसके बाद 10:30 में डीएम की गाड़ी जहाज घाट पहुंची, जहां भी काम में लापरवाही की जा रही थी. घाट से पानी में नीचे उतरने के लिए सीढ़ी बनाने को कहा गया था. ताकि, पर्व करनेवाले आराम से पानी में पहुंच सकें. लेकिन, सीढ़ी ऐसी बनायी गयी है, जहां से एक बार 10 लोग आये और जाये, तो वह रास्ता प्लेन हो जायेगा. इसे देख भी डीएम ने इंजीनियरों को कहा कि यह सीढ़ी हैं, तो वह उनको समझाने लगे, इसको लेकर भी डीएम ने कहा कि सीढ़ी बनाने नहीं आता हैं और घाट बनाने चले हैं.
उसी घाट से डीएम साहब पैदल स्कूल घाट, नहर घाट, मीनार घाट, रामजीचक घाट और पाटली घाट तक गये. जहां के घाटों में अभी काफी काम बाकी है. ऐसे में अधिकारियों को सुझाव दिया गया है कि विकल्प तैयार रखें और छोटे तालाब बना कर रखें. क्योंकि, जिस तरह से अभी गंगा में पानी है, उससे दीघा क्षेत्र में घाट कम हो जायेंगे और कई पुराने घाट खतरनाक हो जायेंगे. बुडको के अधिकारियों को काम को पूरा करने को कहा गया है.
इसी दौरान 11 बजे जब डीएम बिंद टोली की ओर जा रहे थे, तो एक अधिकारी निरीक्षण से गायब थे.बार-बार फोन करने के बाद भी वह आने को तैयार नहीं थे. इतने में डीएम ने खुद फोन लिया और फिल्ड कंट्रोल के कार्यपालक अभियंता राजेेश कुमार को कहा कि तुम्हारा वेतन रोक दिया गया है और स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसके बाद डीएम ने प्रधान सचिव को पत्र लिख कर निलंबन की कार्रवाई करने को कहा. इसके बाद 11:50 में बिंद टोली घाट होते हुए डीएम का काफिला गेट नंबर 93 में पहुंचा, जहां पर 83 व 88 गेट से भी लोग आते हैं.
यही एक घाट है, जहां पर लोग आराम से छठपूजा कर पायेंगे और काफी बड़ा घाट हैं. इस घाट पर चापाकल व वाच टावर लगाने को कहा गया है. यहां निरीक्षण के बाद साढ़े बारह बजे डीएम बांस घाट पहुंचे, जहां से एप्रोच रोड का काम देखा और सभी अधिकारियाें को निर्देश दिया कि किसी भी हाल में दीपावली के दूसरे दिन तक घाटों का काम पूरा करें. अगर दूसरे निरीक्षण में काम में आज की तरह कोताही देखने को मिली, तो हम किसी को नहीं छोड़ेंगे. क्योंकि, छठपूजा के दौरान हमें कोई कमी घाटों पर नहीं मिले.
जिला प्रशासन करेगा खतरनाक घाटों के साथ तालाब की भी सूची जारी
पटना : छठपूजा में एक ही घाट पर भीड़ नहीं हो, इसको लेकर जिलाधिकारी ने वैकल्पिक घाटों का चयन जल्द करने का निर्देश दिया है. जहां गंगा में पानी अधिक है और उसे खतरनाक घोषित करने को भी कहा गया है. उस घाट के सटे तालाब की खुदाई करने को भी कहा गया है जहां लोग आराम से परिवार के साथ पूजा कर सकें. ऐसे खतरनाक घाटों के साथ छठ के लिए बनाये गये तालाब की सूची भी जारी करने का निर्देश दिया गया है.
तालाबों में पूजा करने के लिए लोगों से अनुरोध : छठ के दौरान घाटों पर अधिक भीड़ रहेगी.इस कारण से पटना में 20 जगहों पर तालाब बनाये जायेंगे. इसके अलावे गंगा घाट व अन्य जगहों पर भी वैकल्पिक तालाब की खुदाई की जाये. तालाब में बने घाटों पर गंगा का पानी टैंकर से भरवाया जायेगा और यहां विशेष पुलिस बल की तैनाती भी की जायेगी. प्रत्येक घाट पर चिकित्सकों द्वारा शिविर लगाया जाये. जिस थाना क्षेत्र में जो भी घाट या तालाब पड़ते हैं, उन सभी स्थानों पर पुलिस पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के साथ टैग किया गया हैं.
बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संभालेंगे पूजा के दौरान कमान
पटना : छठ में विधि व्यवस्था संभालने की जिम्मेवारी बिहार प्रशासनिक सेवा के 10 अधिकारियों को सौंपी गयी है. सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार सभी अधिकारी की प्रतिनियुक्ति पटना जिला मुख्यालय में की गयी है.
सूचना एवं जन संपर्क विभाग के ओएसडी अशोक कुमार-एक, स्वास्थ्य विभाग के ओएसडी खालिद अरशद, ग्रामीण कार्य विभाग के ओएसडी कमलेश सिंह, पथ निर्माण विभाग के ओएसडी श्रीबाबू यादव, परिवहन विभाग के ओएसडी अजीव वत्सराज, उद्योग विभाग के ओएसडी अनिल राय, जन शिकायत काेषांग के ओएसडी राजेश्वर प्रसाद, भवन निर्माण विभाग के ओएसडी चंद्रशेखर प्रसाद सिह, वित्त विभाग के ओएसडी सूरज कुमार सिंह और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के ओएसडी अजिमुल्लाह अंसारी शामिल हैं.
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